जयपुर 8 मई 2019 थानागाजी सामूहिक गैंगरेप के मामले को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में सैंकड़ों लोग बुधवार को सीएम हाउस की ओर कूच किया। जानकरी के अनुसार सीएम हाउस पर प्रदर्शन करने के लिए सैंकड़ों लोग किरोड़ी लाल मीणा के निवास पर इकठ्ठे हुए और इसके बाद सैंकड़ो लोग नारे लगाते हुए रैली के रूप में किरोड़ी निवास से सिविल लाइन फाटक की ओर बढ़े। इस दौरान पुलिस प्रशासन भी सक्रिय दिखा। इस दौरान लोग हाथों में स्लोगन लिखी तख्तियों के साथ नारे लगाते तो कोई पुतले को फांसी पर लटकाए हुए निकले।
पीड़िता को न्याय नहीं मिल जाए तब तक वह चैन से नही बैठेंगे थानागाजी सामूहिक गैंग रेप के मामले को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने सीएम अशोक गहलोत से सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की थी। साथ ही उन्होंने अलटीमेटम दिया था कि कि अगर जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो बड़े पैमान पर आंदोलन किया जाएगा। साथ ही बुधवार को जयपुर में मुख्यमंत्री निवास पर हजारों लोगों के साथ धरना भी देंने की बात कही थी। इसी को लेकर सुबह लोग किरोड़ी निवास पर इकठ्ठा हुए और धरना देने के लिए निकले। उनका कहना है कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिल जाए तब तक वह चैन से नही बैठेंगे।
सिविल लाइन फाटक के पास रहा भारी पुलिस जाप्ता तैनात
रैली के रूप में बढ़ रहे लोगों की भीड़ को देखते जयपुर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। सिविल लाइन फाटक के पास दो स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई। किरोड़ी निवास से रैली के रूप में निकले लोग दोपहर करीब सवा एक बजे सिविल लाइन फाटक पहुंचे, जहां पुलिस की दोहरी सुरक्षा व्यवस्था थी। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने सिविल लाइन पर पुलिस सुरक्षा घेराव से आगे बढ़ने की कोशिश की प्रदर्शनकारियों में मौजूद एक युवती पुलिस सुरक्षा घेराव से आगे बढ़ने के लिए धक्का मुक्की करने लगी तो मौके पर मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने उसे रोका।
थानागाजी गैंगरेप मामले की हो सीबीआई जांच: मीणा प्रदर्शन के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि प्रदेश में दलितों पर अत्याचार हो रहा है। प्रकरण में राजनीतिक षडयंत्र है। उन्होंने कहा कि सरकार को मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। केवल थानेदार को सस्पेंड करना और एसपी को एपीओ करना मामले का हल नहीं हैं। मीणा ने कहा कि 26 अप्रेल को दलित विवाहिता से 5 युवकों ने उसके पति को बंधक बनाकर गैंग रेप किया था। रिपोर्ट 2 मई को दर्ज हुई, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।
इस दौरान अपराधी पीड़ित से पैसे ऐंठते रहे और सरकार चुनाव होने का इंतजार करती रही। कई दिन तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं होना एक षडयंत्र की ओर इशारा करता है। चुनाव में राजनीतिक फायदा लेने के लिए गहलोत सरकार ने मामले को दबाए रखा। मीणा ने कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए जिससे पता चले कि इस मामले में कौन-कौनसी ताकतें शामिल है। उन्होंने मामले को लेकर पूरे थाने के पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। साथ ही पीड़िता को 50 लाख की सहायत राशि देने की भी मांग की है।
पीड़िता को इंसाफ के लिए एबीवीपी का कैंपस के बाहर प्रर्दशन
अलवर के थानागाजी में दलित महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से राजस्थान विश्वविद्यालय में बुधवार को प्रदर्शन किया गया। एबीवीपी की ओर से पीड़ित महिलाओं को विशेष आर्थिक पैकेज देने के साथ ही आरोपियों को फांसी देने की मांग की गई है।
एबीवीपी के प्रदेश मंत्री होशियार मीणा के नेतृत्व में बुधवार सवेरे बड़ी संख्या में संगठन के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर जमा हुए। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार प्रदेश में महिला अपराधों को रोकने में नाकाम साबित हो रही है। यदि पीड़ित महिलाओं को जल्द से जल्द न्याय नहीं मिला तो एबीवीपी अपने आंदोलन को और ज्यादा उग्र करेगी। इस मामले में एबीवीपी की ओर से मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भी भेजा गया है।
गौरतलब है कि अलवर जिले के थानागाजी कस्बे के समीप 26 अप्रेल को एक दंपत्ति तालवृक्ष जा रहे थे कि थानागाजी बाईपास पर समाज विशेष के लोगों ने उन्हें रोककर रेत के टीलों में ले जाकर मारपीट कर महिला के साथ सामूहिक से दुष्कर्म किया। इसके बाद आरोपियों ने घटना का वीडीयो बनाकर वायरल कर दिया।