Report by Jayant Kumar Singh
लंदन : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल मुकाबला धीरे-धीरे ऑस्ट्रेलिया की ओर झुकता जा रहा है. लंदन के द ओवल मैदान पर खेले जा रहे मैच के दूसरे दिन गेंदबाजों ने भारत की मैच में वापसी कराते हुए ऑस्ट्रेलिया के 7 विकेट केवल 108 रन बनाकर गिर गए. भारतीय टीम को चौथा विकेट 361 के स्कोर पर मिला था. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम 469 पर ऑलआउट हो गयी. लेकिन टीम इंडिया के पहले 4 दिग्गज बल्लेबाजों ने टीम इंडिया को फिर से बैकफुट पर धकेल दिया है. भारतीय टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 5 बल्लेबाजों का विकेट खोकर सिर्फ 151 रन बना पायी है.
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया का टॉप-ऑर्डर सेट होने के बाद भी सस्ते में आउट हो गया. विदेशी पिचों पर सफल कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा व विराट कोहली भी सस्ते में पवेलियन लौट गये. इसके बाद टीम ने 75 गेंदों के अंदर टॉप के 4 विकेट खोकर बैकफुट पर आ गयी. इसके बाद अजिंक्य रहाणे और रवींद्र जडेजा ने कुछ हद तक अपना संघर्ष जारी रखा, लेकिन वह भी स्पिन गेंदबाज के शिकार बने. लेकिन वह इस पारी में अब तक सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बनकर आउट हुए. जडेजा ने 51 गेंदों में 48 रन बनाकर आउट हो गए. लेकिन अपनी छोटी सी पारी में 7 चौके व भारतीय पारी में अब तक लगा एकमात्र छक्का भी लगाया.
अब तीसरे दिन भारत के भरोसेमंद बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे और विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत पर भारत के फॉलोऑन को बचाने की जिम्मेदारी है. तीसरे दिन के पहले सत्र का खेल यह तय कर देगा कि भारत इस टेस्ट को बचा पाएगा या नहीं.अजिंक्य रहाणे और केएस भरत से उम्मीद ऐसे में टीम इंडिया से अनुभवी अजिंक्य रहाणे और युवा बल्लेबाज केएस भरत से एक लंबी साझेदारी की उम्मीद है. ऐसा माना जा रहा है कि दूसरे दिन के दोनों नाबाद बल्लेबाज तीसरे दिन अगर पहले सत्र को संभालकर खेल जाते हैं तो मैच में भारत की स्थिति थोड़ा बेहतर हो सकती है. इन दोनों खिलाड़ियों को स्मिथ और हेड की तरह एक लंबी पार्टनरशिप करनी होगी. इसके बाद टीम के पास शार्दूल ठाकुर के रूप में बैटिंग ऑप्शन दिख रहा है. लेकिन व तेज गेंदबाजी व स्विंग में कितना सफल होंगे यह तो समय ही बताएगा.
भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने अपने घरेलू पिचों से बाहर 11वीं बार पहली पारी में 400 से ज्यादा रन बनाया. इस दौरान भारत ने 4 मैचों में जीत हासिल की और केवल एक बार ही हार पाया है. ऑस्ट्रेलिया के साथ बाकी के 4 मैच ड्रॉ रहे और एक टाई होकर खत्म हुआ है. ऐसी स्थिति में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत रिकॉर्ड को देखते हुए कुछ भी कहा नहीं जा सकता है कि टीम इंडिया अभी भी इस मुकाबले में है या नहीं है.