18 जनवरी, 2024, मुंबई: चॉइस इंटरनेशनल लिमिटेड (बीएसई: 531358, एनएसई: चॉइसइन), भारत भर में काम करने वाली अग्रणी वित्तीय सेवा कंपनियों में से एक (‘सीआईएल’, ‘च्वाइस’ या ‘कंपनी’) ने तिमाही और 31 दिसंबर, 2023 को समाप्त होने वाले 9 महीनों के लिए अपने परिणामों की घोषणा की।
वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही बनाम बनाम वित्त वर्ष 23 की तीसरी तिमाही का समेकित वित्तीय प्रदर्शन
- कुल राजस्व8 करोड़ रुपए बनाम 98.4 करोड़ रुपए [á113%]
- ईबीआईटीडीए2 करोड़ रुपए बनाम 26.3 करोड़ रुपए [á163%]। ईबीआईटीडीए मार्जिन 33% बनाम 27%
- पीएटी3 करोड़ रुपए बनाम पीएटी 13.9 करोड़ रुपए [á190%]। पीएटी मार्जिन 19% बनाम 14%
- राजस्व योगदान 59% स्टॉक ब्रोकिंग, 30% एडवाइजरी और 11% एनबीएफसी
वित्त वर्ष 24 के 9 माह बनाम बनाम वित्त वर्ष 23 के 9 माह का समेकित वित्तीय प्रदर्शन
- कुल राजस्व9 करोड़ रुपए बनाम 255.6 करोड़ रुपए [á112%]
- ईबीआईटीडीए4 करोड़ रुपए बनाम 61.3 करोड़ रुपए [á158%]। ईबीआईटीडीए मार्जिन 29% बनाम 24%
- पीएटी5 करोड़ रुपए बनाम 29.8 करोड़ रुपए [á207%]। पीएटी मार्जिन 17% बनाम 12%
बिजनेस हाईलाइट्स:
- डीमैट खातों की संख्या 807 हजार हो गई, जो साल-दर-साल 26% की वृद्धि है
- स्टॉक ब्रोकिंग के लिए एयूएम रु. 336 बिलियन, सालाना आधार पर 63% की आश्चर्यजनक वृद्धि
- म्यूचुअल फंड के लिए एयूएम4 करोड़ रुपए, सालाना आधार पर 34% बढ़ोतरी
- बीमा प्रीमियम जनरेशन2 करोड़ रुपए, सालाना 433% की वृद्धि
- बेची गई पॉलिसियों की संख्या 10,378 रही, जो साल-दर-साल 174% की वृद्धि है
- वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के अंत में एनबीएफसी सेगमेंट के लिए कुल लोन बुक4 करोड़ रुपए
- वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के लिए रिटेल लोन बुक 268 करोड़ रुपए
- 31 दिसंबर, 2023 तक नेट नॉन-परफोर्मिंग एसेट्स (एनएनपीए) 1.05% है
- एडवाइजरी सेगमेंट ऑर्डर बुक 620 करोड़ रुपए पर रही, सालाना 80% की वृद्धि
वित्त वर्ष 2024 के 9 माह और तीसरी तिमाही की परफॉर्मेंस पर टिप्पणी करते हुए मैनेजिंग डायरेक्टर श्री कमल पोद्दार ने कहा,
‘चॉइस ने 113% की प्रभावशाली वार्षिक वृद्धि के साथ एक और तिमाही का समापन किया है, वित्तीय वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में हमने 209.8 करोड़ रुपए का राजस्व दर्ज किया है। वित्तीय वर्ष 24 के 9 महीनों में हमने 542.9 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित किया, जो सालाना आधार पर 112% की उल्लेखनीय वृद्धि को दर्शाता है। वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में हमारा दृढ़ प्रदर्शन इस वित्तीय वर्ष के लिए निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमारी सफलता को समेकित करते हुए, वित्तीय वर्ष 24 की तीसरी तिमाही के लिए ईबीआईटीडीए और पीएटी क्रमश: 69.2 करोड़ रुपए और 40.3 करोड़ रुपए रहा।’
सभी सेगमेंट में चॉइंस की परफॉर्मेंस लगातार अपेक्षाओं से अधिक रही।
- ब्रोकिंग और डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस, सालाना 92% की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में9 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। इस बिजनेस में हमारे कुल राजस्व का 59% शामिल है।
- स्टॉक ब्रोकिंग व्यवसाय ने 39 हजार डीमैट खाते जोड़े, जिससे कुल 807 हजार डीमैट खाते हो गए। एनएसई की एक्टिव लिस्ट (यूसीसी) के अनुसार चॉइस ने फुल सर्विस ब्रोकर्स श्रेणी में लगातार 5वीं रैंक की अपनी स्थिति बनाए रखी है। स्टॉक ब्रोकिंग वर्टिकल में बेहतर यूजर रिटेंशनल देखा गया है और टियर III और उससे नीचे के शहरों पर महत्वपूर्ण फोकस ने इस वृद्धि को संभव किया है
- म्यूचुअल फंड बिजनेस के लिए एयूएम सालाना 34% की वृद्धि के साथ4 करोड़ रुपए रहा। इस वृद्धि का श्रेय क्रॉस-सेलिंग अतिरिक्त सेवाओं में बढ़ते प्रयासों को दिया जाता है
- भारत में बीमा उद्योग आक्रामक रूप से विस्तार कर रहा है और हमारा बीमा ब्रोकिंग बिजनेस भी। चॉइस इंश्योरेंस ब्रोकिंग ने वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में2 करोड़ रुपए का प्रीमियम जनरेट किया। यह सालाना आधार पर 433% की आश्चर्यजनक वृद्धि है। बेची गई पॉलिसियों की कुल संख्या 10,378 रही, जो साल-दर-साल 174% की वृद्धि है। मुख्य रूप से कॉर्पोरेट बी2बी और इंस्टीट्यूशनल क्लाइंट पर ध्यान केंद्रित किया गया है जिससे ट्रांसफॉर्मेशन की दर में वृद्धि हुई है
- हमारा एनबीएफसी व्यवसाय पिछले डेढ़ साल में अच्छी तरह से विकसित हुआ है और कुल लोन बुक4 करोड़ रुपए है, जिसमें 268 करोड़ रुपए की रिटेल लोन बुक शामिल है, जिसे और बढ़ाने पर फोकस जारी है। टियर III शहरों में विस्तार और संपूर्ण ऋण प्रक्रिया के डिजिटलीकरण पर बढ़ते फोकस के साथ, इस क्षेत्र के राजस्व में भारी वृद्धि का अनुभव हो रहा है। हमारी यूजर-फ्रेंडली मोबाइल एप्लिकेशन ‘चॉइस मनी’ ने हमें प्रभावी ढंग से ऋण प्रदान करने में सक्षम बनाया है और पूरी प्रक्रिया को सहजता से सुव्यवस्थित किया है।
- चॉइस कंसल्टेंसी के तहत कंसल्टेंस बिजनेस, 620 करोड़ रुपए की मजबूत ऑर्डर बुक के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहा है। पिछली तिमाही में कंपनी को बिहार राज्य में प्राइमरी एग्रीकल्चर क्रेडिट सोसायटीज (पीएसीएस) के कम्प्यूटरीकरण के लिए सिस्टम इंटीग्रेटर्स के रूप में काम करने के लिए एक प्रतिष्ठित अनुबंध मिला था। इसके समर्थन से, कंपनी ने महाराष्ट्र, हरियाणा और तमिलनाडु में पीएसीएस के लिए अतिरिक्त अनुबंध जीते।
चॉइस बिजनेस एसोसिएट (सीबीए) नेटवर्क व्यक्तियों के बीच बढ़ती वित्तीय जागरूकता के कारण हर तिमाही में विस्तार कर रहा है, खासकर देश के कम विकसित क्षेत्रों में। वर्तमान में हमारे नेटवर्क में 36 हजार से अधिक सीबीए शामिल हैं जो हमारे विकास को गति देने में महत्वपूर्ण रहे हैं और विस्तार कर रहे हैं।
चालू वर्ष में, हमारा पहला जोर देश भर में अपने परिचालन को व्यापक बनाने और वित्तीय समावेशन को भारत के लोगों के लिए एक वास्तविकता में बदलने पर है। हम ‘सर्वश्रेष्ठ’ बनने की हमारी आकांक्षा से प्रेरित होकर, हर पहलू में उत्कृष्टता हासिल करने का प्रयास करते हुए अपने ग्राहकों की सेवा करने की इच्छा से प्रेरित होते हैं।