मुंबई, 13 नवंबर, 2024 –आदित्य बिड़ला समूह ने आज मुंबई में अपने प्रतिष्ठित आदित्य बिड़ला छात्रवृत्ति कार्यक्रम की रजत जयंती मनाई। भारत के विदेश मंत्री, डॉ. एस. जयशंकर, हार्वर्ड के प्रसिद्ध राजनीतिक दार्शनिक, प्रोफेसर माइकल जे. सैंडल और समूह के अध्यक्ष, श्री कुमार मंगलम बिड़ला ने नए चुने गए स्कॉलर का स्वागत किया। इंजीनियरिंग, प्रबंधन और कानून विषयों में आदित्य बिड़ला स्कॉलर की कुल संख्या अब 781 हो गई है।
आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष, श्री कुमार मंगलम बिड़ला ने इस समारोह में कहा, “आदित्य बिड़ला छात्रवृत्ति मेरे पिता की विरासत को समर्पित है और साथ ही यह उस महत्वाकांक्षा तथा असाधारण दृढ़ संकल्प की भावना को भी समर्पित है, जो भारत को परिभाषित करती है। इस छात्रवृत्ति कार्यक्रम के साथ हमारा लक्ष्य था, चुनिंदा नेतृत्व का एक ऐसा कैडर बनाना, जो भारत में उत्कृष्टता प्राप्त करेंगे और विदेश में भी हमारे देश का प्रतिनिधित्व करेंगे। कई मायनों में, आदित्य बिड़ला छात्रवृत्ति भारत की अपार प्रतिभा का प्रतीक है और प्रतिभा यहां प्रचुर मात्रा में उत्कृष्टता के साथ उपलब्ध है। हमारे स्कॉलर की उपलब्धियां कार्यक्रम की असाधारण सफलता की प्रतीक हैं और इससे यह ज़ाहिर होता है कि अंततः प्रतिभा में निवेश ही भविष्य को आकार देता है।”
दिग्गज उद्योगपति आदित्य विक्रम बिड़ला की स्मृति में 1999 में स्थापित यह कार्यक्रम भारत की सबसे प्रतिष्ठित योग्यता-आधारित छात्रवृत्ति के रूप में उभरा है। अपने 25 साल के सफर में, उत्कृष्टता और विविधता के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता बनाए रखते हुए, विशेषज्ञों की एक टीम ने 10,000 से अधिक आवेदनों का मूल्यांकन किया गया है। इस कार्यक्रम को लैंगिक समानता हासिल करने पर विशेष गर्व है, जिसमें महिलाएं इस स्कॉलर समुदाय का लगभग 30% हिस्सा हैं। हर समूह को एक प्रतिष्ठित जूरी पैनल द्वारा चुना जाता है, जिसमें डॉ. माशेलकर, डॉ. काकोडकर, न्यायमूर्ति श्रीकृष्ण, डॉ. कस्तूरी रंगन और डॉ. अजीत मोहंती जैसे दिग्गज शामिल होते हैं और एक ऐसी चयन प्रक्रिया सुनिश्चित करते हैं जो वास्तविक नेतृत्व क्षमता की पहचान करने के लिए अकादमिक साख से परे जाती है। कठोर मूल्यांकन के तहत स्कॉलर की उपलब्धि और उम्मीदवार के नवोन्मेष, नैतिक नेतृत्व और सामाजिक प्रभाव के प्रति प्रतिबद्धता की क्षमता पर विचार किया जाता है।
इस कार्यक्रम का प्रभाव इसके प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों के माध्यम से वैश्विक व्यापार परिदृश्य में गूंजता है। इस कार्यक्रम के तहत 22 प्रमुख संस्थानों के साथ साझेदारी की गई है, जिनमें चुनिंदा आईआईटी, बिट्स पिलानी, प्रमुख आईआईएम, एक्सएलआरआई और नेशनल लॉ स्कूल शामिल हैं। इस साल 389 आवेदकों से, 48 असाधारण उम्मीदवारों को 2024 आदित्य बिड़ला स्कॉलर्स के रूप में नामित किया गया, जिन्हें एक कठोर प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया। इस प्रक्रिया में शुरू में 112 उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया गया था।
छात्रवृत्ति उच्चतम मानकों को बनाए रखती है, जिसमें निरंतर शैक्षणिक उत्कृष्टता और को-करिक्यूलर (वैकल्पिक) गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी को विशेष स्थान दिया जाता है। कार्यक्रम के तहत प्रबंधन, कानून और इंजीनियरिंग में छात्रों को पर्याप्त वित्तीय सहायता प्रदान किया जाता है।