कोटा में ’कोटा केयर्स’ के तहत कोचिंग स्टूडेंट्स के हित में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं

नेशनल, फरवरी 24, 2025. कोटा कोटा में जिला प्रशासन ने ’कोटा केयर्स’ अभियान के तहत कोचिंग स्टूडेंट्स के हित में व्यापक सुधार के लिए कई घोषणाएं की है। ये सुधार कोटा में स्टूडेंट्स हित में हो रहे बदलाव के क्षेत्र में कोटा के दृष्टिकोण को प्रदर्शित करेंगे। कोटा के हॉस्टल एसोसिएशन और कोचिंग के साथ मिलकर, जिला प्रशासन के सहयेग से हुई इन घोषणाओं में आवास, सुरक्षा मापदण्ड और सपोर्ट सिस्टम में बड़े बदलाव हैं जो कोटा में केयरिंग के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेंगे।
कोटा मेंं दिसम्बर 2024 में कोटा केयर्स अभियान की शुरुआत की गई थी जो कि स्टूडेंट सपोर्ट और शैक्षिक उत्कृष्टता से परे जाकर केयरिंग के लिए एक नया इको सिस्टम विकसित करने के उद्देश्य से थी। यह पहल जिला प्रशासन, कोचिंग संस्थानों, हॉस्टल एसोसिएशन्स और स्थानीय नागरिकों को एकजुट करके स्टूडेंट्स के लिए समन्वित प्रयास है।
जिला कलक्टर डॉ.रविन्द्र गोस्वामी ने कहा कि कोटा केयर्स ऐसे स्टूडेंट्स के लिए प्रयास है जो सपने पूरे करने के लिए कोटा आते हैं। इन सुधारों के माध्यम से कोटा में एक सपोर्ट सिस्टम तैयार किया जा रहा है, जो छात्र जीवन के हर पहलू को कवर करता है। सस्ते आवास से लेकर मानसिक स्वास्थ्य और मनोरंजन की जरूरतों तक सब कुछ इसमें शामिल किया गया है। यह कोटा को एक ऐसा शहर बनाने का प्रयास है जो केयरिंग के लिए पहचाना जाए। यह एक सामूहिक प्रयास है, जिसमें जिला प्रशासन व कोचिंग संस्थानों के साथ अन्य सभी भागीदार आगे आए हैं।
आवास और वित्तीय सहायताः
ऽ 4,000 होस्टल्स में सिक्योरिटी व कॉशन मनी नहीं लेने का निर्णय।
ऽ मेंटेनेंस के लिए शुल्क अधिकतम ₹2,000 ही लगेगा।
ऽ सभी लेन-देन के लिए पारदर्शी भुगतान प्रणाली और रसीद अनिवार्य रूप से अभिभावकों को भी दी जाएंगी।
ऽ हॉस्टल बदलने और छुट्टियों के दिनों के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश
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सुरक्षा उपायः
ऽ हॉस्टल पर कार्य करने वाले हर स्टाफ के लिए गेटकीपर प्रशिक्षण अनिवार्य
ऽ सीसीटीवी और बायोमेट्रिक सिस्टम सहित आधुनिक सुरक्षा बुनियादी ढांचे की स्थापना
ऽ गर्ल्स हॉस्टल के लिए विशेष प्रावधान, जिसमें महिला वार्डन की ही नियुक्ति
ऽ एंटी-हैंगिंग डिवाइस सर्टिफिकेट और फायर एनओसी अनिवार्य
ऽ हॉस्टल्स में नियमित नाइट अटेंडेंट मैनुअल कमरे में जाकर होगी
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स्टूडेंट वेलफेयर एवं हैप्पीनेस के लिए
ऽ चम्बल रिवर फ्रंट और ऑक्सीजोन में निःशुल्क प्रवेश
ऽ सभी हॉस्टल्स में समर्पित मनोरंजन के लिए एरिया होगा।
ऽ कोर्स ब्रेक में छुट्टियां लगने पर हॉस्ल्स में भोजन व्यवस्था सुचारू रखी जाएगी।
ऽ आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करवानी होगी।
ऽ रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर कोटा केयर्स हेल्प डेस्क लगाई जाएगी।
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इस संबंध में हॉस्टल एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि “ये सुधार हमारे स्टूडेंट केयरिंग के प्रति जिम्मेदार व्यवहार को दर्शाते हैं। हम केवल हॉस्टल्स प्रदान नहीं कर रहे हैं; हम ऐसे घर बना रहे हैं, जहां छात्र पढ़ सकें और आगे बढ़ सकें। कोटा केयर्स के तहत हर कदम में स्टूडेंट सपोर्ट को प्राथमिकता दी गई है।”
यह पहल कोटा को भारत के अग्रणी कोचिंग हब के रूप में स्थापित करती है, वर्तमान में 1.25 लाख से अधिक छात्र अपने सपनों को पूरा कर रहे हैं। ये सुधार उन छात्रों के सामने आने वाली समस्याओं को स्वीकार करते हैं और उन्हें हल करने के लिए एक समग्र समर्थन प्रणाली तैयार करते हैं।
इन सुधारों को लागू किया जाना शुरू किया जा चुका है। हॉस्टल एसोसिएशन ने दिशा-निर्देशों को अपनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक निगरानी तंत्र स्थापित किया है कि ये सुधार लागू हो रहे हैं और निरंतर सुधार के लिए प्रतिक्रिया प्राप्त की जा सके।
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अधिक जानकारी व कोटा कलक्टर से बातचीत के लिए कृपया संपर्क करें
विश्वनाथ शर्मा- 70730-91100; नवीन मित्तल-94134-43223
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कोटा प्रशासन व कोटा केयर्स के बारे में
कोटा कोचिंग स्टूडेंट्स के हित में समर्पित कोटा केयर्स अभियान दिसंबर 2024 में लॉन्च किया गया। कोटा केयर्स कोटा जिला प्रशासन की पहल है, जो छात्रों के लिए अधिक सहायक और पोषक वातावरण बनाने के लिए अकेडमिक इकोसिस्टम में सभी हितधारकों को एक साथ लाया गया है। यह कार्यक्रम स्थानीय पुलिस, सरकारी विभागों, शिक्षकों, हॉस्टल संचालकों, व्यवसायियों, व्यापारियों, ऑटो रिक्शा चालकों, छात्रों और उनके अभिभावकों सहित हितधारकों का संयुक्त प्रयास है ताकि छात्रों के लिए एक अनुकूल वातावरण तैयार किया जा सके। यह पहल सामुदायिक सहभागिता, बेहतर सपोर्ट सिस्टम और सांस्कृतिक बदलाव पर आधारित है जो स्टूडेंट्स की सफलता और वेलफेयर को सुनिश्चित करने के लिए है।

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