जयपुर 21 नवंबर 2019 20.7 बिलियन अमेरिकी डाॅलर वाले महिंद्रा समूह की एक इकाई महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने आज अपने पिक-सहित छोटे वाणिज्यिक वाहनों (एससीवी) की व्यापक रेंज पर ‘बचत के अंतिम 60 दिन’‘ ऑफर पेश करने का एलान किया। 31 दिसंबर 2019 तक मान्य इस ऑफर में बीएस 4 की पालना करने वाले छोटे वाणिज्यिक वाहनों पर 20,000 रुपए से 80,000 रुपए का प्रमोशनल डिस्काउंट दिया जाएगा।
अभियान में महिंद्रा की बीएस 4 एससीवी कार्गो और पिक-अप रेंज शामिल हैं, जिसमें बोलेरो पिक अप, बोलेरो मैक्सी ट्रक, बोलेरो कैम्पर, जीतो और अल्फा जैसे ब्रांड शामिल हैं। ग्राहक अपने बीएस 2/बीएस 3 वाहनों को बीएस 4 के साथ एक्सचेंज का लाभ भी उठा सकते हैं। महिंद्रा की बीएस 4 एससीवी रेंज में कई फ्यूल वेरिएंट और एप्लिकेशन हैं।
एससीवी और पिक अप रेंज अपने ग्राहकों को बेहतर सुरक्षा, बहुमुखी प्रदर्शन, आराम और लागत प्रभावशीलता प्रदान करती है। इस नए अभियान की शुरूआत के साथ ही अब महिंद्रा के वाहन एक निश्चित समय अवधि के लिए सबसे कम दामों पर उपलब्ध होंगे।
मॉडल के बारे में
महिंद्रा बोलेरो पिक-अप
यह महिंद्रा पिक अप रेंज का प्रमुख मॉडल है जो लोड क्षमता, पावर, टॉर्क और रखरखाव लागत जैसे मापदंडों पर ग्राहकों की अपेक्षाओं से भी आगे जाता है। 1,700 किलोग्राम की क्षमता के साथ इसका उद्योग में सबसे बड़ा पेलोड है, 2,765 मिमी (9 फीट) का सबसे लंबा कार्गो डेक है और 52.2 केडब्ल्यू (70 बीएचपी) का पावर आउटपुट है, जो इसे ‘महा स्ट्राॅन्ग‘ बनाता है। मजबूत बाहरी और स्टाइलिश इंटीरियर्स इस पिक-अप को आदर्श अर्निंग मशीन बनाते हैं। 2डब्ल्यूडी, 4डब्ल्यूडी, सीबीसी और सीएनजी वेरिएंट सहित अनेक वेरिएंट में उपलब्ध के साथ महिंद्रा बोलेरो पिक-अप उन जरूरतों के पूरे स्पेक्ट्रम को कवर करता है, जिनकी उम्मीद ग्राहक इस पिक-अप ब्रांड से लगाते हैं।
महिंद्रा बोलेरो मैक्सिट्रक प्लस
बोलेरो मैक्सिट्रक प्लस एक एंट्री-लेवल पिक-अप है, जिसका उद्देश्य लास्ट माइल कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए पूरे भारत में लोड स्टैंड ऑपरेटरों और व्यापारियों की परिवहन आवश्यकताओं को पूरा करना है। यह 63 बीएचपी (46.3 केडब्ल्यू) के पावर आउटपुट और 195 एनएम के बेस्ट-इन-क्लास टॉर्क के साथ आजमाये गए शक्तिशाली एम2डीआईसीआर इंजन से लैस है। बोलेरो की शैली पिक अप कार्यक्षमता को पूरा करती है और बोलेरो मैक्सिट्रक प्लस को एक आदर्श शहरी पिक अप बनाती है।
महिंद्रा बोलेरो कैम्पर
बोलेरो कैम्पर एक डबल केबिन पिक अप है जो महिंद्रा डीआई इंजन द्वारा संचालित है और 2डब्ल्यूडी, 4डब्ल्यूडी और गोल्ड वर्शन में उपलब्ध है। यह डबल केबिन पिकअप मॉडल उन ग्राहकों के लिए आदर्श है जो दोहरे एप्लीकेशंस की तलाश करते हैं- अर्थात लोड ले जाने वाले और लोगों को ले जाने वाले एप्लीकेशन। बोलेरो कैम्पर इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों के बीच कैश वैन के रूप में, और देश भर के ठेकेदारों और बिल्डरों के बीच बहुत लोकप्रिय है।
महिंद्रा जीतो लोड
जून 2015 में लॉन्च किया गया जीतो लोड 1 टन लोड सेगमेंट ग्राहकों की विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आठ मिनी-ट्रकों की एक मॉड्यूलर रेंज के साथ अपनी श्रेणी में पहला प्रोडक्ट है। जीतो का डीजल वेरिएंट एस, एल और एक्स सीरीज में उपलब्ध है, और 3-व्हीलर, माइक्रो-ट्रक और मिनी-ट्रक ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करता है। जीतो का सीएनजी संचालित वर्शन भी उपलब्ध है।
महिंद्रा अल्फा
महिंद्रा अल्फा अपनी श्रेणी में सबसे अच्छा 3-व्हीलर है। अपनी मजबूत और स्टाइलिश बाॅडी, आरामदायक सवारी और विशाल केबिन के साथ-साथ अंतर्निहित सुरक्षा और स्थिरता संबंधी सुविधाओं के कारण यह सबसे आगे है। इसके शानदार माइलेज के अलावा, अल्फा अपनी श्रेणी में सबसे कम रखरखाव लागत का दावा करता है और ये लाभ महिंद्रा द्वारा दी गई वारंटी के साथ मिलकर 3-व्हीलर ऑपरेटर को अच्छी आमदनी के साथ-साथ मन की शांति भी उपलब्ध कराते हैं। अल्फा पैसेंजर रेंज 3 वेरिएंट्स में उपलब्ध है – अल्फा डीएक्स, अल्फा चैंपियन और अल्फा कॉम्फी, जो अपनी श्रेणी में बेहतरीन परफाॅर्मेन्स और ऊंची आमदनी को संभव बनाते हैं।
महिंद्रा के बारे में
महिंद्रा ग्रुप 20.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कंपनियों का फेडरेशन है जो लोगों को आवागमन के नए समाधान, ग्रामीण समृद्धि को बढ़ावा, शहरी जीवन के विस्तार, नए व्यवसायों का पोषण करने और समुदायों को बढ़ावा देने में सक्षम बनाता है। उपयोगी वाहनों, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय सेवाओं और वैकेशन के मामले में इसकी स्थिति एक नेतृत्वकारी की रही है और उत्पादों की संख्या के आधार पर यह दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी है।
महिंद्रा, कृषि व्यवसाय, खाद, वाणिज्यिक वाहनों, परामर्श सेवाओं, ऊर्जा, औद्योगिक उपकरण, रसद, रियल एस्टेट, स्टील, एयरोस्पेस, डिफेंस और टू-व्हीलर में अपनी मजबूत उपस्थिति का भी आनंद उठाता है। भारत में मुख्यालय वाला महिंद्रा 100 देशों के 2,40,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है।