Edit-Rashmi Sharma
जयपुर, 12 अप्रैल 2020 । मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए रूथलेस कन्टेनमेंट पर फोकस रखा जाए और जो इलाके हॉट-स्पॉट के रूप में चिन्हि्त किए गए है, वहां कफ्र्यू और आसपास के इलाकों में लॉकडाउन की सख्ती से पालना कराई जाये। उन्होंने भीलवाड़ा मॉडल को फॉलो करते हुए ज्यादा से ज्यादा टीमें तैयार कर हर घर का सर्वे करने के निर्देश दिये ताकि सही समय पर कोरोना संक्रमित लोगों का पता चल सके और संक्रमण दूसरों में फैलने से रोका जा सके।
श्री गहलोत ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से विभिन्न जिलों के कलक्टर्स एवं कोरोना संक्रमण रोकने में जुटे वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कोरोना प्रभावित जिलों में प्रतिदिन किये जा रहे टेस्ट एवं उपलब्ध टेस्टिंग किट के बारे में जानकारी ली।
क्वारंटाइन सेंटर पर लोगों की सही देखभाल हो
मुख्यमंत्री ने अधिक से अधिक संख्या में क्वारंटाइन सेंटर्स तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि अस्पतालों में लोगों को क्वारंटाइन करने से बचें क्योंकि वहां पॉजिटिव पाए गये मरीजों के इलाज के लिये जगह रखना जरूरी है। साथ ही उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर पर रखे जा रहे लोगों की सही देखभाल करने और उन्हें समय पर खाना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि क्वारंटाइन में रखे गये लोगों की देखरेख करना राज्य सरकार का दायित्व है।
अलग-अलग टीमें बनाकर उन्हें टास्क सौंपें
श्री गहलोत ने कलक्टर्स से कहा कि जिलों में अलग-अलग टीमें बनाकर उन्हें टास्क सौंप दिया जाये। जिला रसद अधिकारी की देखरेख में एक टीम खाने-पीने की व्यवस्थाओं को देखे तो चिकित्सा अधिकारी के नेतृत्व में टीम विभिन्न क्षेत्रों में स्क्रीनिंग पर ध्यान दे। स्क्रीनिंग के दौरान लक्षण दिखाई देने पर व्यक्ति का टेस्ट कराया जाए। उन्होंने कहा कि रैपिड टेस्ट किट जल्दी आने वाले हैं, इसके बाद प्रदेश में टेस्टिंग कैपिसिटी बढ़ जाएगी और ज्यादा से ज्यादा लोगों को कवर किया जा सकेगा।
लॉकडाउन एवं कफ्र्यू का सख्ती से पालन हो
मुख्यमंत्री ने संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित जिलों में विशेष एहतियात बरतने और वहां लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा में 25 कोरोना पॉजिटिव लोगों के ठीक होने के बाद अभी भी एहतियात के तौर पर 6000 लोग होम क्वारंटाइन में रखे गये हैं।