Edit-Rashmi Sharma
जयपुर, 22 मई 2020 – राजस्थान सरकार ने कोरोना के खिलाफ लोगों की मदद के लिए कोविड-19 हेल्पलाइन नंबर ‘181’ पर प्रतिदिन 30,986 कॉल आ रही है। लॉकडाउन के पहले तीनों चरणों में 24 मार्च से 18 मई के बीच 30,986 कॉल की गई है। चौथा लॉकडाउन शुरू होते ही अकेले 18 मई को हेल्पलाइन पर पूरे राज्य भर से 58,469 कॉल आए हैं।
लोगों ने घर बैठे लॉकडाउन के पहले तीन चरणों के दौरान हेल्पलाइन पर लगभग 2,16,702 शिकायतें दर्ज करवाई गई। जिनमें से 2,04,321 का तत्काल निवारण कर दिया गया। इस हिसाब से 94 प्रतिशत शिकायतें निपटा दी गई हैं। बता दें कि ये शिकायतें राज्य के सभी जिलों से आई थी। कॉल में विभिन्न सवालों में प्रशासनिक विभागों से संबंधित सवाल भी थे।
राज्य के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार हेल्पलाइन के अधिकारियों ने पूरी तरह से यह सुनिश्चित किया है कि लॉकडाउन, कर्फ्यू, या वित्तीय प्रतिबंधों के दौरान कॉल करने वाले सभी लोगों की समस्या का समाधान घर बैठे किया जाए। साथ में, कॉल ड्रॉप होने पर भी कॉल बैक करके लोगों की समस्या का समाधान किया जाए ।
सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग के प्रधान सचिव अभय कुमार का कहना है कि- “घोषणा के 24 घंटे के भीतर हेल्पलाइन पर बहुत सारे कॉल आ रहे हैं। कॉल की संख्या बहुत ज्यादा होने के बावजूद भी ज्यादातर शिकायतों का समाधान छह घंटे के भीतर किया जा रहा है और इस प्रकार 94 प्रतिशत शिकायतों का निपटारा किया जा चुका है। ”
हेल्पलाइन ने कॉल करने वालों को पर्याप्त राहत प्रदान करने के लिए संबंधित जिला प्रशासन, स्वास्थ्य और गृह विभाग एक दूसरे के संपर्क में है। जहां जरूरतमंदों को भोजन और राशन दिया गया था, जबकि कई अन्य मामलों में दवा और आने-जाने के लिए पास भी दिए जा रहे है।
राज्य के निवासियो के लिए तात्कालिक राहत का स्रोत बनी हेल्पलाइन नंबर 181 अभी चालू रहेगी। जबकि प्रवासी मजदूरों के सामने आ रही समस्याओं को दूर करने के लिए एक और टोल फ्री हेल्पलाइन 1800 180 6127 स्थापित कर दी गई है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तीसरे चरण के लॉकडाउन में थोड़ी छूट देते हुए कहा था कि ‘‘ अगर नागरिक किसी भी संबंधित सरकारी अधिकारी से सीधे संपर्क करने में असमर्थ हैं, तो वे 181 के जरिए राज्य के वॉर रूम तक पहुंच सकते हैं।’’