Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 03 जून 2020 – महिंद्रा लॉजिस्टिक्स लिमिटेड (एमएलएल), जो भारत के सबसे बड़े 3पीएल (थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स) समाधान प्रदाताओं में से एक है, अपने कार्यस्थल पर विविधता और समावेशन (डीएंडआई) को मजबूत बनायेगा। इस हेतु, एमएलएल द्वारा अप्रयुक्त प्रतिभाओं को प्रभावी तरीके से उपयोग में लाया जायेगा, नियुक्तियां बढ़ाई जायेंगी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारी विविधता में एकता की विशेषता को आत्मसात किया जायेगा। अपनी पांचवर्षीय योजना में, कंपनी द्वारा दिव्यांगों, भूतपूर्व सैनिकों की सक्रियतापूर्वक नियुक्तियां की जा रही हैं और विभिन्न पृष्ठभूमिओं व अनुभव वाली महिलाओं की नियुक्ति के जरिए लिंगभेद की खाई पाटी जा रही है।
प्राइड मंथ के शुरू में, कंपनी ने अपनी LGBTQIA नीति और कम्यूनिटी के लोगों की नियुक्ति हेतु अपनी विशाल योजना की घोषणा की।
एमएलएल ने गोदामों में परिचालनों हेतु दिव्यांगों की नियुक्तियां हाल ही में शुरू की। यह नियुक्ति और जागरूकता की दिशा में कार्य कर रही है, और इसका उद्देश्य वित्त वर्ष 2021 में अपने यहां और अपने बिजनेस पार्टनर्स के यहां 500 कर्मचारियों की भर्ती करना है। इसके अलावा, एमएलएल द्वारा कर्मचारियों के लिए जागरूकता सत्र आयोजित किये जाते हैं और इसने दिव्यांगों की नियुक्ति की तैयारी के आकलन के लिए हाल ही में अपना ऑडिट पूरा किया।
एमएलएल, विशेषकर कस्टमर साइट्स पर बड़े परिचालनों के लिए भूतपूर्व सैनिकों – आर्मी, एयरफोर्स व नेवी के जेसीओ/एनसीओ की नियुक्ति की प्रक्रिया में भी है। इसका लक्ष्य पहले चरण में अपने यहां 10 भूतपूर्व सैनिकों को नियुक्त करना और अगले 3 वर्षों में 50 भूतपूर्व सैनिकों को नियुक्त करना है।
लिंगभेद एक चुनौती रही है और खास तौर पर लॉजिस्टिक्स सेक्टर में यह अधिक देखने को मिलती है। इस खाई को पाटने के लिए, महिंद्रा लॉजिस्टिक्स अपने क्षेत्र की उन अग्रणी कंपनियों में से एक है, जिसने ‘उड़ान‘ – सेकंड कॅरियर्स (कमबैक) प्रोग्राम नामक एक विशेष पहल शुरू की। साथ ही, इसने सभी लेवल्स, फंक्शंस व डिविजंस में महिलाओं के लिए सेकंड कॅरियर इंटर्नशिप प्रोग्राम चालू किया। इसके अलावा, ‘बर्थ एंड बियोंड‘ पॉलिसी तैयार की गयी है जिसमें मैटर्निटी कंटिनम में महिला कर्मचारियों के लिए कार्य के लिए अनुकूल माहौल तैयार करना शामिल है। जहां कंपनी की बर्थ एंड बियोंड पॉलिसी से अनेक महिलाएं लाभान्वित हुई हैं, वहीं इसने उड़ान प्रोग्राम के तहत महिलाओं की नियुक्ति पहले ही शुरू कर दी है और इस प्लान के तहत महिलाओं की इस संख्या को वर्ष 2021 तक 50 तक पहुंचाया जायेगा।
महिंद्रा लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री रामप्रवीण स्वामीनाथन बताते हैं, ”हम हमारे कर्मचारियों, सहयोगियों, बिजनेस पार्टनर्स, ग्राहकों व समाज में विविधता को बढ़ावा देते हैं और इसकी कद्र करते हैं। इसलिए, एमएलएल को मिलेनियल्स के आकर्षक बनाना, महिलाओं व दिव्यांगों को समान अवसर प्रदान करना, विभिन्न पृष्ठभूमियों जैसे कि सैन्य बलों के कर्मचारियों को नियुक्त करना और LGBTQIA कार्यबल को लेकर व्याप्त पुरानी धारणाओं को तोड़ना है। इसने हमें अवसर प्रदान किया है कि विभिन्न विचार प्रक्रियाओं व नॉलेज स्ट्रीम्स के जरिए हमारा एक्सपोजर बढ़ा सकें, जिससे हमारे व्यवसाय के प्रति हमारा दृष्टिकोण व्यापक हो सकता है।”