Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 02 जुलाई 2020 -महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर (एफईएस), 19.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर वाली महिंद्रा ग्रुप का हिस्सा, ने आज जून 2020 के लिए अपने ट्रैक्टर बिक्री संख्या की घोषणा की।
जून 2020 में घरेलू बिक्री 35,844 यूनिट्स की हुई, जबकि जून 2019 के दौरान ये संख्या 31,879 थी।
जून 2020 के दौरान कुल ट्रैक्टर बिक्री (घरेलू + निर्यात) 36,544 यूनिट्स रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि के लिए ये 33,094 यूनिट्स थी।
इस महीने के लिए निर्यात 700 यूनिट्स रहा।
प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए, हेमंत सिक्का, प्रेसीडेंट- कृषि उपकरण क्षेत्र, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड ने कहा, “हमने जून 2020 के दौरान घरेलू बाजार में 35,844 ट्रैक्टर बेचे हैं, जो पिछले साल की तुलना में 12% अधिक है। यह हमारी अब तक की दूसरी सबसे अधिक बिक्री है। दक्षिण पश्चिम मानसून के समय पर आगमन और रिकॉर्ड रबी फसल, कृषि पहल के लिए सरकारी समर्थन और खरीफ फसल की बुवाई में बहुत अच्छी प्रगति के कारण किसानों में सकारात्मक भावनाएं पैदा हुई हैं। ग्रामीण बाजारों में बेहतर नकदी प्रवाह के साथ इन अंतर्निहित कारकों ने जून के दौरान ट्रैक्टर की मांग को बढ़ाने में मदद की है। उम्मीद है कि आने वाले महीनों में भी यह मांग बनी रहेगी। निर्यात बाजार में, हमने 700 ट्रैक्टर बेचे हैं।”
कृषि उपकरण क्षेत्र (एफडी + एसडी + ग्रोमैक्स) |
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जून | संचयी जून | |||||
एफ20 | एफ21 | %बदलाव | एफ20 | एफ21 | %बदलाव | |
घरेलू | 31879 | 35844 | 12% | 82913 | 64577 | -22% |
निर्यात | 1215 | 700 | -42% | 3437 | 1080 | -69% |
कुल | 33094 | 36544 | 10% | 86350 | 65657 | -24% |
*निर्यात में सीकेडी शामिल
महिंद्रा के बारे में
महिंद्रा ग्रुप 19.4 बिलियन अमेरीकी डॉलर वाली कंपनियों का एक समूह है, जो लोगों को अभिनव गतिशीलता समाधान के माध्यम से आगे बढाने में सक्षम बनाता है, ग्रामीण समृद्धि को बढ़ाता है, शहरी जीवन को आगे बढ़ाता है, नए व्यवसायों का पोषण करता है और समुदायों को बढ़ावा देता है। यह भारत में यूटिलिटी वाहनों, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्तीय सेवाओं और हॉलीडेज सेक्टर में लीडरशीप पोजिशन में है और मात्रा के हिसाब से दुनिया की सबसे बड़ी ट्रैक्टर कंपनी है। यह अक्षय ऊर्जा, कृषि व्यवसाय, रसद और अचल संपत्ति के विकास में एक मजबूत उपस्थिति दर्ज कराता है। भारत में मुख्यालय समेत महिंद्रा 100 देशों में मौजूद है और 2,56,000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है।