Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 14 जुलाई 2020 – अब आप सिर्फ एक क्लिक के साथ जान सकते हैं कि सड़क पर अपने आप को और अपने प्रियजनों को कैसे सुरक्षित रखें! भारत ‘न्यू नाॅर्मल’ यानि नए सामान्य जीवन की ओर रूख कर रहा है, इसी बीच होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड एक बार फिर से भारत में सड़क सुरक्षा पर जागरुकता बढ़ा रही है, वो भी अनूठे अंदाज़ में। कोविड-19 के चलते अब सोशल डिस्टेंसिंग नया सामाजिक नियम बन गया है, ऐसे में होण्डा 2 व्हीलर्स इण्डिया ने देश भर में अपने डिजिटल सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान -‘होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल’ का लाॅन्च किया है।
मई 2020 में अपनी शुरूआत के बाद से होण्डा का डिजिटल सड़क सुरक्षा अभियान 19 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के 50 शहरों तक फैल चुका है। लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाते हुए होण्डा ने डिजिटल माध्यमों के ज़रिए देश भर में 23,000 से अधिक लोगों को शिक्षित किया है, जिनमें 230 स्कूलों के 8500 बच्चे, 43 काॅलेज और 137 काॅर्पोरेट कार्यालय शामिल हैं।
इस पहल के बारे में बात करते हुए श्री प्रभु नागराज, सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट- ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन्स, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड ने कहा, ‘‘सड़क सुरक्षा बड़ी चिंता का विषय है और होण्डा भारत में लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। समाज के प्रति ज़िम्मेदार काॅर्पोरेट होने के नाते, अब हम डिजिटल माध्यमों के ज़रिए लोगों तक पहुंच रहे हैं और सभी आयु वर्गों के लोगों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बना रहे हैं। एक साथ मिलकर, सिविल सोसाइटी के सहयोग से होण्डा यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत है कि सड़कों पर भारतीय सुरक्षित रहें, क्योंकि आने वाले समय में भारत निरंतर अनलाॅक की ओर बढ़ रहा है।’’
होण्डा के सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स उम्र के मुताबिक उचित रोड सेफ्टी लर्निंग प्रोग्रामों के माध्यम से डिजिटल प्रशिक्षण प्रोग्रामों के ज़रिए सभी आयु वर्गों के लोगों को सड़क सुरक्षा पर जागरुक बना रहे हैं। यह प्रशिक्षण उन्हें थ्योरी, रोचक वीडियोज़ एवं केस स्टडीज़ आदि के माध्यम से सुरक्षित राइडिंग की आदतों, सुरक्षा गियर्स, सड़क सुरक्षा के नियमों, यातायात संकेतों के महत्व के बारे में बताता है। 45-60 मिनट लम्बे इंटरैक्टिव वीडियो सत्र का आयोजन रोज़ाना कई डिजिटल प्लेटफाॅम्र्स पर किया जाता है। हर सत्र के बाद प्रश्नोत्तर सत्र होता है, जिसके ज़रिए विभिन्न विषयों पर पूछे जाने वाले सवाल हल किए जाते हैं।
होण्डा का डिजिटल सड़क सुरक्षा जागरुकता प्रशिक्षण त्रिआयामी दृष्टिकोण अपनाता हैः
स्कूली बच्चों के लिएः विभिन्न आयु वर्गों के अनुसार स्कूली बच्चों के लिए कई लर्निंग मोड्यूल्स आयोजित किए जाते हैं। ये मोड्यूल्स बच्चों को यातायात नियमों के बारे में जानकारी देते हैं; फिर चाहे सड़क पर पैदल चलने की बात हो या साइकल चलाने या स्कूल बस में यात्रा करने या अपने माता-पिता के साथ दोपहिया वाहन या कार की सवारी करने की; उन्हें बताया जाता है कि उन्हें किस तरह सड़क पर यातायात नियमों का पालन करना चाहिए।
काॅलेज जाने वाले युवा छात्रों के लिएः काॅलेज जाने वाले कई छात्र नए या भावी राइडर्स हो सकते हैं, उन्हें दिया जाने वाला प्रशिक्षण प्रोग्राम उन्हें सड़क सुरक्षा की आदतों और सड़क सुरक्षा नियमों पर ध्यान केन्द्रित करता है, ताकि वे आने वाले समय में बेहतर राइडर/ड्राइवर बन सकें। इसमें राइडिंग गियर का महत्व, वाहन चलाते समय सही पोस्चर तथा विभिन्न परिस्थितियों में वाहन चलाना आदि शामिल है।
काॅर्पोरेट कर्मचारियों के लिएः प्रशिक्षण प्रोग्राम के ज़रिए लोगों को जानकारी दी जाती है कि राइडिंग का सही तरीका, वाहन के रखरखाव एवं सड़क नियमों का पालन कर कैसे सुरक्षित आदतों को बढ़ावा दिया जा सकता है।
सड़क सुरक्षा के लिए होण्डा की सीएसआर प्रतिबद्धताः
समाज के प्रति ज़िम्मेदार काॅर्पोरेट होने के नाते, होण्डा 2व्हीलर्स इण्डिया अपने 14 टैªफिक टेªनिंग पार्कों, 4 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों तथा स्कूलों, काॅलेजों, काॅर्पोरेट्स एवं सोसाइटियों में नियमित गतिविधियों के माध्यम से सभी आयु वर्गों के 34 लाख से अधिक लोगों को सड़क सुरक्षा पर जागरुक बना चुकी है।