Edit-Dinesh Bhardwaj
जयपुर 26 जुलाई 2020 – जहां एक ओर पूरा देश कोरोना संक्रमण जैसे दुष्प्रभार के दौर से गुजर रहा है तो वही दूसरी और कांग्रेस खुद की पार्टी के नेताओ और कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने, सत्ता बचाने, लोगो को गुमराह करने जैसे कार्यो को अंजाम दे रही है। राज्य की सरकार के वर्तमान हालात देखकर झलकता है कि ना प्रदेश में कानून है ना ही कोई सरकार है। प्रदेश की जनता ने डेढ़ वर्ष पूर्व जिस पार्टी को राज्य की जिम्मेदारी सौपी थी वह पार्टी प्रदेश को संभालने की बजाय खुद की पार्टी को तोड़ने में लगी हुई है।
युवा नेता अभिषेक जैन बिट्टू ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर राज्य सरकार के वर्तमान हालातों पर तंज कसते हुए कहा कि सत्ता जो लोगो की मदद का केंद्र होता है को दो राजनीतिक दलों ने मनोरंजन का केंद्र बना डाला है। दोनों ही दलों को सत्ता की भूख है भले ही उसके लिए उन्हें प्रदेश की जनता को कुर्बान करना पड़े वह प्रदेश की जनता को कुर्बान करने के लिए तैयार है। एक पार्टी है जो अपने विधायक बेचने में लगी हुई है और एक पार्टी विधायकों को मुंहमांगी कीमतों पर खरीदने में जुटी है।
जैन ने कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त करना देश लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है। जिस जनता को देश के लोकतंत्र ने सत्ता चुनने का अधिकार दिया है ऐसे पार्षदों/विधायकों/सांसदों की सदस्यता तत्काल रदद् करते हुए उनके आजीवन चुनाव लड़ने पर बैन लगा देना चाहिए। जनता से बड़ा कोई लोकतंत्र नही है।
अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि आज प्रदेश में कोरोना का संक्रमण बढ़ते जा रहा है जिसको लेकर राज्य सरकार इतनी गंभीर नही है, अगर सरकार गंभीर है तो केवल सत्ता किस प्रकार बचाई जाए। कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश के 80 फीसदी परिवार बिजली, पानी बिल, स्कूल फीस पर राहत की मांग कर रहे है लेकिन प्रदेश की जनता को राहत देने के बजाय, जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा विधायकों और कांग्रेसियों के ऐसो-आराम के लिए बड़े-बड़े होटलों पर उड़ाया जा रहा है।
आजादी के बाद से अब तक इन 70 सालों में कांग्रेस में कोई बदलाव नही हुआ, कांग्रेस जहां थी वही खड़ी है और उसी का परिणाम पूरा देश भुगत रहा है। उस दौर में भी कांग्रेस को सत्ता की भूख थी, अब वो आदत बन चुकी है तो केवल पेट भरने और भूख मिटाने के लिए अब सत्ता जरूरी हो गई।