एक्सिस बैंक ने परंपरागत रोजगार की नयी परिभाषा गढ़ी, जीआईजी-ए-ऑपर्च्‍यूनिटीज लॉन्‍च किया

Edit-Rashmi Sharma

मुंबई 21 अगस्‍त 2020 – भारत के तीसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, एक्सिस बैंक ने आज जीआईजी-ए-ऑपर्च्‍यूनिटीज लॉन्‍च किया। यह वैकल्पिक कार्य मॉडल्‍स के लिए एक प्‍लेटफॉर्म है, जो भारी लचीलेपन, विविधता और समावेशन को बढ़ावा देता है।

भौतिक सीमाओं को समाप्‍त करने में तकनीक की महत्‍वपूर्ण भूमिका को देखते हुए, इस महामारी के मद्देनजर सभी भौतिक अवरोधों से बाहर अपना स्‍वयं का कार्य परिवेश बनाने के प्रति लोगों का झुकाव तेजी से बढ़ा है। पिछले कुछ महीनों में कार्य और कार्य परिवेश दोनों के ही स्‍वरूप में बाध्‍यतापूर्ण बदलाव हुए हैं। एक्सिस बैंक का ‘जीआईजी-ए-ऑपर्च्‍यूनिटीज’ ऐसा एकीकृत वर्क मॉडल एवं समाधान है जो नई प्रतिभाओं के बढ़ते पूल के लिए लचीलेपन एवं सरलता की आवश्‍यकता पूरी करते हुए बड़ी कंपनियों की विविधतापूर्ण कौशल आवश्‍यकताएं पूरी करता है।

जैसा कि ‘जीआईजी-ए-ऑपर्च्‍यूनिटीज’ के नाम से पता चलता है, यह रोजगार बाजार में बड़े अवसरों के लिए है। इससे डिजिटल बैंकिंग, टेक्‍नोलॉजी, रिस्‍क मॉडलिंग, वर्चुअल सेल्‍स, ऑडिट एवं क्रेडिट पॉलिसी में बड़ी संभावनाओं के द्वार खुलेंगे, जो कि इस मॉडल के पायलट ऑफर्स का पहला सेट है। इसमें दो वर्क मॉडल्‍स – 1) 100 प्रतिशत वर्चुअल रोल्‍स और 2) लचीले, प्रोजेक्‍ट-आधारित अल्‍पकालिक संविदाओं के जरिए प्रतिभाओं को आकर्षित करेगा। पेशकश किये गये ये रोजगार, फ्रीलांस या वर्क फ्रॉम होम के परंपरागत एसोसिएशन से परे है।

इस पहल के बारे में, एक्सिस बैंक फाउंडेशन के चेयरमैन और टिस के चेयरमैन, एस. रामोदरई ने कहा, ”जीआईजी-ए-ऑपर्च्‍यूनिटीज एक विशाल मंच है जो स्‍पष्‍ट रूप से फ्यूचर ऑफ वर्क की दिशा है। एक्सिस बैंक की यह पहल अत्‍यंत स्‍वागत योग्‍य है। घर से काम करने और व्‍यक्ति की क्षमताओं को परिभाषित करने की छूट का विकल्‍प लिंग संतुलन व समावेशीपन सहित भविष्‍य के लिए छिपी अथाह प्रतिभा को सामने लायेगा।”

इस नये प्‍लेटफॉर्म के जरिए ‘वर्क फ्रॉम एनीव्‍हेयर’ संभव हो सकेगा और कुशल विशेषज्ञों के लिए लचीलापन एवं सरलतापूर्वक परिचालन सुनिश्चित हो सकेगा। इसलिए, इसे देश के छोटे से छोटे शहरों व नगरों से लेकर महानगरों तक में रह रहा विशाल टैलेंट पूल एक्‍सेस कर सकेगा और इससे सीमा-पार सहयोगों की संभावना का द्वार भी खुलेगा। यह एक शानदार अवसर प्रदान करता है कि ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत की कोई भी प्रतिभा कहीं पीछे छूट न जाये और किसी भी क्षेत्र में रहने शिक्षित, कुशल युवा आगे बढ़ सकें। विभिन्‍न टैलेंट पूल के लिए एक्‍सेस बढ़ने के साथ विविधता व समावेशन को भारी बल मिलेगा और इसका लाभ परंपरागत रूप से अनदेखी कर दिये जाने वाले अभ्‍यर्थियों जैसे कि घरेलू महिलाओं, दिव्‍यांग व्‍यक्ति, भिन्‍न आयु वर्गों वाले व्‍यक्ति आदि को भी मिल सकेगा।

एक्सिस बैंक के ईवीपी और हेड – एचआर, राजकमल वेमपति ने कहा, ”एक्सिस बैंक ने हमेशा से कुशल बने रहने में विश्‍वास किया है और पिछले वर्षों के हमारे हायरिंग एप्रोच में समय के साथ आये बदलाव की झलक मिलती है। जीआईजी-ए को अपनाया जाना आधुनिक दौर के अनुसार हमारे बैंक की अनुकूलता को प्रदर्शित करने का एक और तरीका है – हम समझते हैं कि योग्‍यता या डिग्री जैसे स्‍थैतिक मानदंड अब नियुक्ति के कॉल लेटर नहीं रहे और प्रमुख रूप से कुशलताओं के आधार पर एसोसिएशंस होंगे। हमें पूरा विश्‍वास है कि यह इंडस्‍ट्री के लिए एक अभूतपूर्व पहल होगी जहां विभिन्‍न क्षेत्रों के कुशल कार्यबल को रोजगार तलाशने का अवसर मिलेगा।”

एक्सिस बैंक को उम्‍मीद है कि अगले तीन वर्षों में वैकल्पिक वर्क मॉडल्‍स में 15 प्रतिशत तक इंक्रीमेंटल हायरिंग होगी, और इससे टैलेंट पूल में विविधता को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।

एक्सिस के जीआईजी-ए जॉब्‍स में आवेदन करने के लिए, नीचे दिये गये लिंक पर जाएं:

https://www.axisbank.com/careers/fresher?tabname=gigaopportunity&cta=homepage-main-banner-second-careers-giga-opportunities

एक्सिस बैंक के बारे में:

एक्सिस बैंक भारत का तीसरा सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है। एक्सिस बैंक लार्ज और मिड-कॉरपोरेट्स, एसएमई, एग्रीकल्चर और रिटेल बिजनस को कवर करने वाले कस्टमर सेगमेंट को संपूर्ण स्पेक्ट्रम प्रदान करता है। 30 जून 2020 तक देश भर में इसकी 4,528 घरेलू शाखाओं (एक्सटेंशन काउंटरों सहित) और 11,971 एटीएम के साथ, एक्सिस बैंक का 2,559 केंद्रों का नेटवर्क है, जिससे बैंक, श्रृंखलाबद्ध उत्‍पादों व सेवाओं के साथ बड़े पैमाने पर ग्राहकों तक पहुंचने में सक्षम है। एक्सिस ग्रुप में एक्सिस म्यूचुअल फंड, एक्सिस सिक्योरिटीज लिमिटेड, एक्सिस फाइनेंस, एक्सिस ट्रस्टी, एक्सिस कैपिटल, ए. ट्रेड्स लिमिटेड, फ्रीचार्ज और एक्सिस बैंक फाउंडेशन शामिल हैं।

बैंक में बारे में अधिक जानकारी हेतु, कृपया https://www.axisbank.com/ पर जाएं।

नैसकॉम के पूर्व चेयरमैन, सोम मित्‍तल, यह सभी शेयरधारकों के लिए आपदा को अवसर में बदलने का एक शानदार और नया तरीका है। इससे भारी संख्‍या में एक्‍सपर्ट्स पूरी छूट के साथ प्रासंगिक बने रह सकेंगे। इससे बड़े पैमाने पर महिलाएं भी अपने सुविधानुसार काम पर लौट सकेंगी

 पोर्टिया मेडिकल के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, मीना गेन्‍स, ऐसे अत्‍यंत क्षमतावान लोगों की संख्‍या लगातार बढ़ रही है, जो चाहते हैं कि वो खुद अपने बॉस हों, उन्‍हें उनके मनचाहे समय व कार्य की मात्रा के चुनाव के साथ सार्थक तरीके से काम करने की छूट हो। इससे वो अपनी रूचि की अन्‍य गतिविधियों के लिए भी समय निकाल पाते हैं और मनचाहे तरीके से जीवन जी पाते हैं। इसमें कर्मचारी और कंपनी दोनों को ही लाभ है।

 इक्‍वस के मुख्‍य कार्यकारी, स्‍वपन सेठ, ‘टेलीप्रजेंस नई तरह की भौतिक मौजूदगी है…और भूगोल अब इतिहास बन चुका है!’

 राजेश दहिया, कार्यकारी निदेशक (कॉर्पोरेट सेंटर) – एक्सिस बैंक, एक्सिस बैंक द्वारा फ्यूचर ऑफ वर्ककी नई परिभाषा गढ़ने के क्रम में जीआईजी-ए-ऑपर्च्‍यूनिटीज एक अन्‍य महत्‍वपूर्ण मील का पत्थर है; जो लचीलेपन, विविधता और समावेशन के साथ विकास का वादा करता है। तकनीक ने सुनिश्चित किया है कि बैंक लगातार आधुनिक व कुशल बना रहे और देश की बेहतरीन प्रतिभाओं को आकर्षित करे; जीआईजी-ए, ऐसे सर्वश्रेष्‍ठ एवं उपलब्‍ध कुशल कार्यबल की हमारी तलाश को तेज करेगा जो असीमित संभावना के साथ लचीली वचनबद्धता चाहते हैं। हमें उम्‍मीद है कि इस पहल से देश के कोने-कोने में मौजूद प्रतिभाओं को लाभ मिलेगा, चूंकि हम रोजगार के नये-नये अवसर उपलब्‍ध करा कर अर्थव्‍यवस्‍था को सहयोग देना चाहते हैं।

 ओडी अल्‍टरनेटिव्‍स के संस्‍थापक, संतोष बाबू, ‘कंपनियों/संगठनों के लिए यह आवश्‍यक हो गया है कि वो बाह्य एवं आंतरिक वातावरण में बदलाव के अनुसार स्‍वयं को ढालें और नयापन लायें। एक्सिस बैंक की तरह, कुछ ही संगठन ऐसे नवोन्‍मेषी तरीके तलाशते हैं जिनका कार्य, कार्यस्‍थल और कर्मचारियों के परस्‍पर संबंध पर भारी प्रभाव पड़े। जीआईजी-ए-ऑपर्च्‍यूनिटीज के साथ, एक्सिस बैंक ने स्‍वयं को उत्‍कृष्‍ट नवाचार में अग्रणी साबित किया है। इस पहल से समावेशी एवं नवोन्‍मेषी संस्‍कृति का निर्माण हो सकेगा।’

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