Edit-Rashmi Sharma
नई दिल्ली 25 अगस्त 2020 – डायबिटीज देखभाल एवं प्रबंधन में भारत के अग्रणी डिजिटल इकोसिस्टम- बीटो ने निःशुल्क वर्चुअल डायबिटीज़ क्लिनिक सर्विस की शुरूआत की है। यह सर्विस 60 साल से अधिक उम्र के उन यूज़र्स के लिए फायदेमंद होगी जो अनियन्त्रित टाईप-1 डायबिटीज़ से पीड़ित हैं।
चूकि डायबिटीज़ जैसी क्रोनिक बीमारियों से पीड़ित मरीज़ों में कोविड-19 के कारण जटिलताओं की संभावना अधिक होती है, इसलिए उन्हें घर से बाहर जाते समय ज़रूरत से ज़्यादा एहतियात बरतने चाहिए। ऐसी परिस्थितियों में इन मरीज़ों के लिए डाॅक्टर के पास जाना संभव नहीं है। दूसरे और तीसरे स्तर केे शहरों में स्थिति और भी गंभीर है, क्योंकि इन शहरों के मरीज़ों को डाॅक्टर से मिलने के लिए बड़े शहरों का रूख करना पड़ता है। समय पर इलाज और फाॅलो-अप न हो पाने के कारण इन मरीज़ों में जटिलताओं की संभावना और अधिक बढ़ जाती है।
डायबिटीज़ के मरीज़ों की इन परेशानियों को हल करने के लिए बीटो ने अपने वर्चुअल डायबिटीज़ क्लिनिक की शुरूआत की है- जो उन उपयोगकर्ताओं के लिए निःशुल्क उपलब्ध है- जिन्हें बीटो के एआई ट्राईएजिंग सिस्टम हेल्थन्यूरोनज्ड के माध्यम से पहचाना जाता है।
वर्तमान में, उन उपयोगकर्ताओं पर ध्यान दिया जाता है जो निम्नलिखित परिस्थितियों से गुज़र रहे होंः
ऽ पिछले कुछ दिनों से जिनकी शुगर लगातार ज़्यादा चल रही हो और जिन्हें दवा में बदलाव की ज़रूरत हो।
ऽ टाईप 1 डायबिटीज़ से पीड़ित मरीज़ या वे मरीज़ जो इंसुलिन लेते हों।
ऽ 60 साल से अधिक उम्र के मरीज़
ऽ वे लोग जिनमें बीटो डायबिटीज़ एजुकेटर सर्विस के माध्यम से जटिलताओं की पहचान की गई हो।
बीटो के हेल्थन्यूरोनज्ड सिस्टम के माध्यम से, बीटो रियल टाईम में डायबिटीज़ के मरीज़ों को माॅनिटर करता है और हस्तक्षेप की ज़रूरत महसूस होते ही, विशेषज्ञों की मदद से समय पर इसका प्रबन्धन करता है। रियल टाईम में होने के कारण पूरी प्रक्रिया और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। इन सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले बीटो के उपयोगकर्ताओं में शुगर के स्तर में सुधार हुआ है (शुगर के स्तर में ्20ः सुधार)
बीटो ने मात्र एक महीने में ज़रूरतमंद लोगों को तकरीबन 9000 विशेषज्ञों की ओर से कन्सलटेशन सेवाएं उपलब्ध कराई हैं और आने वाले दिनों में इस संख्या को और बढ़ाया जाएगा।
वर्चुअल डायबिटीज़ क्लिनिक के माध्यम से उपयोगकर्ता बड़ी आसानी से देश भर के टाॅप के डाॅक्टरों एवं विशेषज्ञों (एंडोक्राइनोलोजिस्ट, आॅप्थेल्मोलोजिस्ट, र्युमेटोलोजिस्ट आदि) के साथ वीडियो या टेली कन्सलटेशन कर सकते हैं या अपने प्रेक्टिशनर को इस प्लेटफाॅर्म के उपयोग के लिए आमंत्रित कर सकते हैं।
पूरी प्रक्रिया के लिए बीटो एआई इंजन का इस्तेमाल करता है, जिसके ज़रिए यूज़र को उनके शुगर लैवल, आहार, शारीरिक व्यायाम एवं दवाओं के बारे में एलर्ट भेजा जाता है, साथ ही इस सब जानकारी को यूज़र की देखभाल करने वाले के साथ भी साझा किया जाता है। स्थिति के आधार पर ऐप यूज़र के डायबिटीज़ एजुकेटर एवं डाॅक्टर को भी एलर्ट भेजता है, ताकि इस पर उचित कार्रवाई की जा सके।
बीटो के बारे में
बीटो डायबिटीज़ सहित जीवनशैली से जुड़ी क्रोनिक बीमारियों के प्रबंधन के लिए सम्पूर्ण डिजिटल हेल्थ प्लेटफाॅर्म है। इसका एआई पावर्ड स्मार्ट डायबिटीज़ मैनेजमेन्ट सिस्टम, मरीज़ों को डायबिटीज़ के प्रबंधन में मदद करता है। बीटो, लागत प्रभावी आईओटी हार्डवेयर- बीटो स्मार्टफोन- कनेक्टेड ग्लुकोमीटर- बीटो ऐप के साथ डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए बेहद लाभकारी है। बीटो ऐप डायबिटीज़ के मरीज़ों की रोज़मर्रा की हर ज़रूरत को पूरा करता है जैसे ब्लड ग्लुकोज़ माॅनिटरिंग, डाॅक्टर एवं पोषण विशेषज्ञ के साथ कन्सलटेन्ट, दवाओं की डिलीवरी, बीमा एवं नैदानिक सेवाएं और डायट प्लान आदि। यह शैक्षणिक वीडियोज़ एवं रेसिपीज़ के ज़रिए उपयोगकर्ताओं के लिए फायदेमंद कंटेंट भी उपलब्ध कराता है।