Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 28 अगस्त 2020 -वेदांता समूह को आईएचडब्लयू, इंटिग्रेटेड हेल्थ एण्ड वेलबिइंग कौंसिल द्वारा आयोजित सीएसआर हेल्थ इम्पैक्ट अवाडर््स में 4 श्रेणियों में गोल्ड पुरस्कार से सम्मानित किया गया। ये पुरस्कार वेदांता समूह के चैयरमेन अनिल अग्रवाल द्वारा ‘वेदांता केयर्स‘ कार्यक्रम के तहत् कोविड 19 महामारी के लिए किए गए अनुकरणीय कार्यो हेतु प्रदान किए गये है जो कि समुदायों को राहत एवं बचाव के लिए किए जा रहे है। वेदांता एल्यूमिना लांजीगढ़, हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड, वेदांता की फ्लैगशिप परियोजना नंदघर एवं वेदांता समूह को ये पुरस्कार प्रदान किए गए।
ये पुरस्कार वेदांता द्वारा अपने कर्मचारियों, समुदायों और राष्ट्र के कल्याण हेतु बडे़ पैमाने पर किये गये कार्यो एवं प्रतिबद्धता को प्रमाणित करता है। वेदांता द्वारा महामारी से सर्वाधिक प्रभावित प्रवासी श्रमिकों, दैनिक मजदूरों, और घूमंतु पशुओं को राहत देने के लिए किए गए प्रयासों को ये पुरस्कार मान्यता प्रदान करते हैं। पुरस्कार हेतु नामांकन का मूल्यांकन एक प्रतिष्ठित जूरी पैनल द्वारा किया गया एवं विजेताओं को कठिन मूल्यांकन प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया।
पुरस्कार जीतने के अवसर पर वेदांता एल्युमीनियम एण्ड पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय कपूर जो कि सीएसआर कार्यो के ग्रुप एंकर भी हैं, ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, कि चार गोल्ड अवार्ड हांसिल होना हमारी प्रतिबद्धता को प्रमाणित करती है एवं आगे भी मिशन को जारी रखने के लिए प्रेरणा देता है। ‘वेदांता केयर‘ सीएसआर के कार्यक्रम से कहीं अधिक वेदांता द्वारा समाज और देश को सहयोग कर पुनः प्रदान करने की मंशा को पुरा करता है। इस सम्मान के लिए हम आईएचडब्ल्यू काउंसिल के निर्णायक मंडल और सीएसआर हेल्थ इम्पैक्ट अवार्ड्स के आयोजकों की सराहना करते हैंै। ”
पुरस्कार प्राप्त करने पर प्रोजेक्ट नंद घर की मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋतु झिंगोन ने कहा कि यह पुरस्कार हमारे नंद घर फ्रंटलाइन योद्धाओं को समर्पित है, जो कोविड महामारी के कठिन समय में भी समुदायों तक आवश्यक चिकित्सकिय देखभाल को पहुंचाने में सक्षम रहे हैं।
आईएचडब्ल्यू एक प्रमुख थिंक टैंक है, जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य विषय पर ध्यान देने के साथ सामाजिक कल्याण एवं जागरूकता की दिशा में कार्य करता है। वेदांता समूह को कोविड राहत कार्यो के प्रयासों, हिन्दुस्तान जिं़क को कोविड 19 में जिम्मेदारी पूर्ण कार्यो, वेदांता एल्यूमिना लांजीगढ़ को कोविड राहत हेतु त्वरित कार्यक्रमों एवं नंदघर परियोजना को हेल्थ सीएसआर हेतु एक बडे़ काॅर्पोरेट की श्रेणी में गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
वेदांता समूह द्वारा पीएम केयर्स फंड में सहायता देने वाले पहले काॅर्पोरेट में से एक था जिसने अग्रणी होकर ‘वेदांता केयर्स‘ की तहत् महामारी के दौरान लगातार समाज की सेवा करने की पहल की जिसे अब भी जारी रखे हुए है। इस पहल के तहत् अब तक 7 राज्यों के 280 गांवों के 15 लाख से अधिक लाभार्थियों लाभान्वित हुए है। वेदांता समूह द्वारा विभिन्न राज्यों के सीएम कोविड रिलिफ फंड में भी योगदान दिया, मील फाॅर आॅल कार्यक्रम के माध्यम से जरूरत मंद एवं दैनिक मजदूरी पर आधारित 12 लाख लोगो तक भोजन एवं 12.70 लाख घूमंतु पशुओं को आहार उपलब्ध कराया है। वेदांता द्वारा आवश्यक पीपीई जैसे मास्क, सैनिटाइजर और हैंड ग्लोव्ज वितरित करने के साथ ही वस्त्र मंत्रालय को स्वदेशी पीपीई उत्पादन के लिए भी 23 मशीनों को आयात कर उपलब्ध कराई गयी है।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने कोविड 19 के लिए शुरू किए गए विशेष ‘रेस्पोंस टू कोविड‘ अभियान के लिए पुरस्कार जीता, जिसमें राजस्थान के 6 जिलों में अपने हितधारकों को जोड़कर जागरूकता सुनिश्चित की है। ग्रेन बैंक पहल के तहत् स्वयं सहायता समूहों की सखी महिलाओं ने समुदायों की सहायता कर 14 हजार किलोग्राम अनाज पहुंचाया। हिन्दुस्तान जिं़क द्वारा सैनिटाइजर, पीपीई एवं भोजन उपलब्ध कराया गया।
ओडिशा में वेदांता एल्यूमिना, लांजीगढ़ ने कोविड रेडीनेस प्रोग्राम के लिए अवार्ड जीता, जो ओडिशा में कोविड मामलों के सामने आने के साथ ही समुदाय के लिए आजीविका के अवसर प्रदान करते हुए वॉशेबल फेस मास्क और साबुन जैसे चिकित्सा प्रावधानों की बढ़ती मांग को पूरा करने का एक निरंतर प्रयास था। टीम ने 83 महिला एसएचजी सदस्यों को अपेक्षित कौशल के साथ सक्षम एवं पोषित किया और मास्क की उत्पादन इकाई स्थापित की, जो आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है। समूह की सदस्यों द्वारा एक माह में 1.2 लाख से अधिक मास्क का उत्पादन किया गया एवं सीएसआर टीम 76 गांवों और हितधारकों के विभिन्न समूहों में पहुंचने में सफल हुई।
वेदांता की प्रमुख नंद घर परियोजना, जिसका उद्देश्य आधुनिक स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के माध्यम से समुदायों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करना है जिसे सबसे सफल सामुदायिक विकास मॉडल में से एक माना जाता है। नंद घर का दूसरा चरण कौशल विकास, शिक्षा और स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से समुदाय की महिलाओं को सशक्त बनाना है। हाल ही में शुरू की गई परियोजनाओं मंे निःशुल्क परामर्श, परीक्षण और दवाओं के लिए डॉक्टर के साथ मोबाइल स्वास्थ्य वैन, स्वास्थ्य शिविर जिसमें कुपोषण के सामुदायिक प्रबंधन, सीमावर्ती कार्यकर्ताओं की क्षमता निर्माण, जागरूकता एवं व्यवहार परिवर्तन संचार बनाने के लिए अभियान शामिल हैं।