Edit-Dinesh Bhardwaj
जयपुर 10 सितम्बर 2020 -कोरोना की वजह से विधुत निगमों के अभियन्ताओं व कर्मचारियों के वेतन से प्रतिमाह कटौती किये जाने के फैसले के विरूद्ध एवं मार्च 2020 का स्थगित वेतन अब तक नहीं दिये जाने के विरूद्ध आज दिनांक 09.09.2020 को राजस्थान की पाँचो विधुत कम्पनियों के अभियन्ताओं व कर्मचारियों द्वारा काली पट्टी बाँधकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
देशभर में कोरोना महामारी के चलते हुये अतिआवश्यक सेवाओं के बिजली विभाग RVUNL, RVPNL, JVVNL, AVVNL & JdVVNL के अभियन्ता व कर्मचारी भी पुलिस विभाग व चिकित्सा विभाग के समान ही विधुत कर्मचारी भी 24 x 7 अपनी ड्यूटी पर तैनात है तथा जनता को सुचारू रूप से बिजली पहुँचाने हेतु अपनी सेवायें 24 x 7 लगातार दे रहे हैं। बिजली विभाग की सेवायें अतिआवश्यक सेवाओं में आती है। विधुत निगमों के अभियन्ता व कर्मचारी भी विधुत उत्पादन केन्द्रों, विधुत प्रसारण केन्द्रों, विधुत वितरण केन्द्रों पर ड्यूटी 24 x 7 घंटे कर रहे हैं और उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर कर के विधुत की व्यवस्था को 24 x 7 घंटे सुचारू बनाये हुये है।
आज माननीय मुख्यमंत्री व निगम प्रबन्धन को सम्बोधित ज्ञापन निगम के नियंत्रण अधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया है और माँग की है कि विधुत निगमों के अभियन्ता व कर्मचारियों को प्रतिमाह पूर्ण वेतन दिलवाने, वेतन कटौती ना करने एवम् माह मार्च 2020 का स्थगित वेतन दिलवाया जाये। इनको भी चिकित्सा व पुलिस विभाग के समान ही वेतन कटौती के फैसले से अलग रखा जाये।
उक्त वेतन कटौती फैसले को संशोधित कर विधुत अभियन्ता व कर्मचारीयों को अतिआवश्यक सेवाओं में लेते हुये पुलिस व चिकित्सा विभाग के समान ही प्रतिमाह पूर्ण वेतन के आदेश करें साथ ही विधुत विभाग के कर्मचारियों का आत्म सम्मान पुनः लौटाने हेतु माननीय मुख्यमंत्री व निगम प्रबन्धन से माँग की गई है।
विधुत कर्मचारी भी पूरी सैलेरी लेने की आस किये हुए हैं। यदि कर्मचारियों की जायज मांग नहीं मानी गई तो अति शीघ्र आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।