Editor-Dinesh Bhardwaj
जयपुर 05 अक्टूबर 2020 – न्यायालय बंद होने की वजह से आमजन को भारी परेशानी व अन्याय का सामना करना पड़ रहा है लाखों मुकदमें लंबित होने के बावजूद भी न्यायालय बंद है जबकि सभी सरकारी विभाग कार्यालय बैंक इत्यादि कार्य कर रही हैं फिर न्यायपालिका क्यों बंद है इस सवाल का जवाब ना आमजन के पास है ना किसी अधिवक्ता के पास है न्यायालय कार्य नहीं करेगी तो आमजन को न्याय कैसे प्राप्त होगा
एक तरफ तो न्यायपालिका मुकदमों के लंबित होने की दुहाई देती है किंतु न्यायपालिका खुद ही अपने आपको बंद करके बैठी है तथा सिर्फ अति महत्वपूर्ण केस की सुनवाई की जा रही है जबकि सभी मुकदमे फरियादी के लिए महत्वपूर्ण होते हैं अधिवक्ता अपने अभिभावक को कोई संतुष्टि पूर्वक जवाब नहीं दे पा रहे हैं
कोर्ट न खुलने से आमजन को अन्याय का सामना करना पड़ रहा है लंबित मुकदमों की तारीख अगले साल मार्च इत्यादि की दी जा रही है
पंकज पचलंगिया एडवोकेट
पूर्व संयुक्त सचिव
पूर्व कार्यकारिणी सदस्य दी बार एसोसिएशन जयपुर