Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 06 अक्टूबर 2020 – विटामिन डी की कमी से होता क्या है? शरीर में विटामिन डी कम होने पर मांसपेशियां कमज़ोर होती हैं. और लोग थकान के ज़्यादा शिकार होते हैं. वो हरदम थकान महसूस करते हैं. ऐसे लोग अगर पांच हफ़्ते तक विटामिन डी सप्लीमेंट लेते हैं, तो उन्हें राहत मिल जाती है विटामिन डी कम होने से हमारा शरीर पूरी ताक़त से काम नहीं कर पाता है.
विटामिन डी होने से हमारा शरीर कीटाणुओं के हमले से बच पाता है. विटामिन डी ज़रूरी भले हो. मगर, आपकी सेहत दुरुस्त है, तो आप को विटामिन डी के सप्लीमेंट लेने की ज़रूरत नहीं. विटामिन डी के सप्लीमेंट की ज़रूरत हड्डियों के बढ़ने और रख-रखाव के लिए होती है. आज जिस रिसर्च के आधार पर विटामिन डी की रोज़ाना की ज़रूरत तय की गई है, वो बुज़ुर्गों पर विटामिन डी की कमी से होता क्या है?
शरीर में विटामिन डी कम होने पर मांसपेशियां कमज़ोर होती हैं. और लोग थकान के ज़्यादा शिकार होते हैं. वो हरदम थकान महसूस करते हैं. ऐसे लोग अगर पांच हफ़्ते तक विटामिन डी सप्लीमेंट लेते हैं, तो उन्हें राहत मिल जाती है. विटामिन डी कम होने से हमारा शरीर पूरी ताक़त से काम नहीं कर पाता है. विटामिन डी होने से हमारा शरीर कीटाणुओं के हमले से बच पाता है. विटामिन डी ज़रूरी भले हो. मगर, आपकी सेहत दुरुस्त है, तो आप को विटामिन डी के सप्लीमेंट लेने की ज़रूरत नहीं. विटामिन डी के सप्लीमेंट की ज़रूरत हड्डियों के बढ़ने और रख-रखाव के लिए होती है.
आज जिस रिसर्च के आधार पर विटामिन डी की रोज़ाना की ज़रूरत तय की गई है, वो बुज़ुर्गों पर किया गया था. ये लोग सूरज की रोशनी नहीं पाते. इनकी हड्डियां टूटने का डर ज़्यादा होता है.
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