Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 9 अक्टूबर, 2020 – शिक्षा में प्रौद्योगिकी की भागीदारी, जिसे पहले वैकल्पिक और विलासिता से भरपूर माना जाता था, वह अब नई आम बात हो गई है, असल में, एकमात्र आम बात। चूंकि स्कूल सुरक्षा कारणों से अब भी बंद हैं, इसलिए प्रौद्योगिकी वह स्तंभ बनती जा रही है, जिस पर इन दिनों शिक्षा का क्षेत्र खड़ा है।
कम फीस वाली निजी और सरकारी स्कूलों में दाखिला लेने वाले छात्र शिक्षा का उपयोग करने में असमर्थ हैं क्योंकि उनके पास महंगे एडटेक प्लेटफार्मों पर लाइव कक्षाएं लेने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं होते हैं।
ऑनलाइन कक्षाओं में भाग लेने वाले छात्र उन समस्याओं के बारे में बताते हैं, जिनका सामना उन्हें इंटरनेट की समस्याओं की वजह से करना पड़ता है क्योंकि लाइव कक्षा के कई सेक्शन छूट जाते हैं और 2-3 घंटे लंबे सेशन में संदेह दूर करने का समय बमुश्किल मिल पाता है।
ऐसे छात्रों की मदद करने के लिए, कॉन्वेजीनियस ने राजस्थान सरकार के साथ अपने ‘आओ घर में सीखें’ कार्यक्रम के तहत व्यावहारिक एडटेक समाधान पेश करने के लिए साझेदारी की है, जिसका इस्तेमाल एआई-आधारित वॉट्सऐप चैटबॉट के ज़रिये किया जा सकता है। एडटेक मॉडल छात्रों के वैयक्तिक शिक्षण के लिए प्रारंभिक आकलन, व्यक्तिगत प्रतिक्रिया और कंटेंट की सिफारिशों के ज़रिये लागू किया जाता है; जिसमें स्कूलों में पढ़ाया जाने वाला पाठ्यक्रम फॉलो किया जाता है। एआई-आधारित चैटबॉट सीखने के इंटरैक्टिव, चाइल्ड-फ्रेंडली और अतुल्यकालिक तरीकों का उपयोग करता है, जिसका फायदा 2जी/3जी इंटरनेट वाले किसी भी फोन से कोई भी उठा सकता है।
जब से कॉन्वेजीनियस ने अपने प्रौद्योगिकी-स्टैक का विकास किया है, इसने कई छात्रों को बस एक स्मार्टफोन से गणित, हिंदी, अंग्रेजी और विज्ञान जैसे विषयों के बुनियादी शिक्षण पाठ्यक्रम को एक्सेस करने की सुविधा दी है। टेक स्टैक व्यक्तिगत रूप से हर छात्र के सीखने का डेटा इकट्ठा करता है, जिसे छात्रों के साप्ताहिक आकलन से निकाला जाता है। इन आकलनों से छात्रों के प्रदर्शन और उनकी कमजोरियों का पता चलता है, जिसके अनुसार लक्षित सामग्री और रिकॉर्डेड कक्षाएं पेश की जाती है ताकि उनकी शंकाओं को कम किया जा सके और उपचारी शिक्षण को सपोर्ट किया जा सके।
यह एडटेक मॉडल 19 सितंबर 2020 को राज्य के सभी 33 जिलों में आवास फायनेंशियर्स लिमिटेड जैसे सीएसआर भागीदारों के सहयोग से लॉन्च किया गया था।
इस नवीनतम विकास पर टिप्पणी करते हुए, आवास फायनेंशियर्स लिमिडेट की सीएसआर शाखा, आवास फाउंडेशन के ट्रस्टी, श्री घनश्याम रावत ने कहा, “कोविड-19 को दिए गए हमारे जवाब के रूप में, हम राष्ट्रव्यापी स्कूल बंद के बीच राजस्थान के बच्चों के साथ खड़े होना चाहते हैं और अपनी शिक्षा जारी रखने में उनकी मदद करना चाहते हैं। राजस्थान में घर से सीखने का कार्यक्रम स्थापित करने के लिए समर्थन देकर, आवास फाउंडेशन के सीएसआर पहलों ने एक और उपलब्धि हासिल की है । एक जिम्मेदार कॉर्पोरेट के रूप में, हम एडटेक के माध्यम से लाखों बच्चों तक पहुंचने में राजस्थान सरकार और कॉन्वेजीनियस के प्रयासों का पूरा समर्थन और सराहना करते हैं, जिसके बिना शायद वे बच्चे अपनी पढ़ाई बंद कर चुके होते।”
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के डिप्यूटी डायरेक्टर, श्री दीपक मूंद ने भी इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए कहा, “कॉन्वेजीनियस का आकलन आधारित शिक्षण मॉडल घर पर रहते हुए भी पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रेरित करता है, जिसे बड़ी तेज़ी से विद्यार्थी अपना रहे हैं और केवल तीन हफ्ते में ही राजस्थान के 1,65,000 से ज्यादा छात्र इससे जुड़ चुके हैं। राजस्थान में यह मॉडल 95% से ज्यादा पूर्णता दर पा रहा है, यानि 95% से ज्यादा विद्यार्थी अपने साप्ताहिक मॉड्यूल को पूरा कर रहे हैं। बड़े स्तर पर एकत्रित किया जाने वाला आकलन का डेटा शिक्षण तरीकों को बेहतर बनाने, और विद्यार्थियों की प्रगति को समझने में काफी मददगार है। विद्यार्थियों के शिक्षण उद्देश्यों के आधार पर उनके प्रदर्शन पता चल रहा है, जिससे पूरे राज्य में शैक्षणिक सुधार लाने के लिए प्रभावी योजनाएं बनाई जाएंगी।”
कॉन्वेजीनियस के वाइस प्रेसिडेंट, विप्रव चौधरी ने कहा, “पहले से ही 40 लाख से अधिक छात्रों तक पहुंचने के बाद, कॉन्वेजीनियस का लक्ष्य भारत में 10 करोड़ छात्रों को किफायती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना है। मध्य प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि सहित कई राज्यों में काम करने के हमारे अनुभव के साथ, कॉन्वेजीनियस राजस्थान राज्य में इस प्रभाव को बढ़ाने के लिए तैयार है। यह साझेदारी कॉन्वेजीनियस के अभियान #EdTechForNayaBharat की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।”