Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 28 अक्टूबर, 2020- जबकि कोविड-19 की दवा अभी भी विकसित हो रही है और कोरोना वायरस का लगातार प्रसार आज दुनिया में गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है, ऐसे में पंजाब के लुधियाना शहर स्थित स्टार्ट-अप सेगूरामैक्स ग्लोबल (सेगूरामैक्स) ने विश्व में अपनी तरह की पहली तकनीक कीप-यू-सेफ को लांच करने का ऐलान किया है, जो अलग-अलग सरफेसों पर अपने उत्पादों के जरिए वायरस खत्म करने की अहम भूमिका निभाएगी।
विश्वभर में कोरोना संक्रमण के प्रसार में सरफेस टरांसमिशन को एक बड़ा कारण माना जाता है। सेगूरामैक्स भारत और दुनिया के लिए गेम चेंजर बनने की क्षमता रखती है। द ग्रीन प्लांट बेस्ड तकनीक को कई अंतर्राष्ट्रीय और प्रमाणित एनएबीएल लैब्स द्वारा एक मिनट से कम समय में सतह से 99 प्रतिशत से अधिक वायरस अलग-अलग सतहों पर घटाने में साबित किया जा चुका है। इस तकनीक को कई धुलाइयों के बाद भी प्रभावशाली पाया गया है।
सेगूरामैक्स ग्लोबल, मेकइनइंडिया कार्यक्रम के तहत एक स्थापित एक भारतीय स्टार्ट-अप है, जिसने कोरोना वायरस से सुरक्षा में पहली दीवार के रूप में कीप-यू-सेफ तकनीक हासिल की है और यह संक्रमित से गैर-संक्रमित में संक्रमण के प्रसार से बचाती है। जबकि फार्मा कंपनियां लगातार आने वाले महीनों में दवा बनाने का प्रयास कर रही हैं। सेगूरामैक्स ने कई तरह के कीप-यू-सेफ प्रोडक्टस तैयार किए हैं, बायो-आर्गेनिक्स एडिक्टिव्स के साथ ट्रीट किए गए हैं और सरफेस पर 99 प्रतिशत तक वायरस की मौजूदगी को कम करते हैं।
कंपनी के डायरेक्टर प्रोडक्ट डिवल्पमेंट श्री गौरव खुल्लर बताते हैं कि कीप-यू-सेफ तकनीक के साथ हम अपनी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को वारयस से संक्रमण के डर के बगैर अंजाम दे सकते हैं, जो हमें अपना आत्म-विश्वास हासिल करने में मदद करते हैं। ई-कॉमर्स कंपनियों के यह प्रोडक्टस सुरक्षा की दृष्टि से काफी अहम हैं, जो उनके डिलीवरी स्टाफ के साथ-साथ ग्राहकों को सेफ रखते हैं। जिसके तहत जैकेट्स, ग्लव्स, मास्क और कोरियर बॉक्स एवं बैग्स जैसे कीप यू सेफ कपड़ों की श्रृंखला से चुना जा सकता है, जो सरफेस से स्वयं ही वायरस खत्म कर सकते हैं।
इन उत्पादों को कारपोरेट, सरकारी कर्मचारी, पब्लिक डीलिंग से जुड़े लोग भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जिनमें एयरपोर्ट स्टाफ, पुलिसकर्मी व खासतौर पर हेल्थ वर्कर शामिल हैं, जो संक्रमित लोगों व जगहों के साथ सीधे तौर पर संपर्क में आते हैं। इन प्रोडक्टस में सूटकेसों और खाने व अन्य उद्देश्यों के लिए चिपकने वाली रैप्स, सांस लेने में आसान 3 पीस पीपीई सूट, डाक्टरों के लिए सांस लेने में आसान कोट, एन-95 मास्क, बेड लाइनेन, डाक्टर सीट कवर्स, ट्रेवल जैकेट्स, ऑल-वेदर जैकेट्स, एयरलाइन सीट कवर्स, फेस शील्डस, टेबल कवर्स, ग्लव्स, यूनिफॉर्म्स, करियाने के सामान वाले बैग्स, रैपिंग पेर्प्स इत्यादि, शामिल हैं।
मार्केटिंग हेड श्री अनुराग खन्ना ने बताया कि हमने विश्व की पहली 32 पॉकेट ट्रेवलर जैकेट बनाई है, जिसमें एयरलाइन या टैक्सी सीट कवर, सूटकेस और सूटकेस हैंडल कवर्ज, ग्लव्स के साथ-साथ फेस मास्क जैसे उत्पाद शामिल हैं, जिन्हें कीप यू सेफ तकनीक से तैयार किया गया है। ये सभी प्रोडक्टस प्रोटेक्टिव वियर की सतह रोगाणुओं को कम और पूरी तरह से सुरक्षित बनाने में मदद करते हैं। हम अपने देश के विकास हेतु ऐसी तकनीकों को विकसित करके आत्मनिर्भर भारत बनाने का सपना रखते हैं।
सेगूरामैक्स वर्तमान में विश्वभर में अलग-अलग संस्थाओं के मटीरियल इंजीनियर्स और प्रोडक्ट मैनेजर्स के साथ चर्चा में है, जिन्होंने इस क्रांतिकारी तकनीक को अपनाने की इच्छा जताई है। सेगूरामैक्स की टीम कीप-यू-सेफ प्रोडक्टस के जरिए यात्रियों और बड़े स्तर पर ऐसे लोगों के लिए, जो बहुत ज्यादा सार्वजनिक जगहों व हाई-रिस्क टच-प्वाइंटस के संपर्क में आते हैं, के मध्य लगातार पैदा होते डर को खत्म करने में सहायता करने में विश्वास रखती है। इसके तहत युरोप और अमेरिका में कई ग्लोबल कंपनियां, जिनमें विशेषकर ई-कॉर्म्स, ट्रेवल प्रोडक्ट निर्माता, गारमेंट रिटेलर्ज और एयरलाइंस बिजनेस से जुड़े ब्रांडस से बात जारी है।
वायरस और बैक्टीरिया को खत्म करने, पुनः इस्तेमाल और कई धुलाइयों के बावजूद प्रभावशाली रहने हेतु ये प्रोडक्टस कई टेस्टिंग से होकर गुजरे हैं। इन्हें यूएस एफडीए 21 सीएफआर 177.1520 के तहत फूड कांटैक्ट पैकेजिंग में सेफ्टी के लिए भी टेस्ट किया गया है।
ये सभी टेस्टिंग बीटीएस लेब्स में ISO 21702, ISO 18184 & AATCC 100-2012 के तहत की गई है। कंपनी दावा करती है कि उपरोक्त् प्रोडक्टस सिर्फ प्रोटैक्टिव वियर हेतु हैं, न कि संक्रमण के खिलाफ मैडिकल गारंटी देते हैं।