Editor-Manish Mathur
जयपुर 02 नवंबर 2020 – वेदांता के फ्लैगशिप सीएसआर प्रोजेक्ट नंद घर ने कर्नाटक के धारवाड़ जिले में अपना 1700 वां केंद्र शुरू किया है, इस प्रकार नंद घर परियोजना भारत भर में 4000 नंद घर स्थापित करने के लक्ष्य की ओर अग्रसर है। खान और संसदीय मामलों के मंत्री, माननीय प्रह्लाद जोशी ने धारवाड़ में नए केंद्र का उद्घाटन किया। ‘वेदांता केयर्स‘ के तहत् धारवाड़ में विकसित 50 नंद घर अब तक समुदाय को सुपुर्द किए है जो स्थानीय समुदायों का जीवन और सामाजिक सरोकार पर केंद्रित है।
इस अवसर पर प्रह्लाद जोशी ने कंपनी द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा, कि “मैं बच्चों और महिलाओं के समग्र कल्याण के लिए समुदाय और अग्रणी उद्योग के साथ जुडने पर प्रसन्न हूं। कर्नाटक के धारवाड़़ में नंद घर से समग्र विकास को सुनिश्चित करने के लिए वेदांता ने अनूठी शुरूआत की है। यह देखकर खुशी होती है कि वेदांता जैसे कॉर्पोरेट महिलाओं और बच्चों के विकास को बढ़ाने के अपने प्रयास में सरकार का समर्थन करने के लिए आगे आ रहे हैं। हम आशा करते हैं कि हम इस तरह का समर्थन प्राप्त करते रहेंगे और देश के चहुंमुखी विकास में वंचित वर्गों खास तौर पर महिलाओं और बच्चों के लिए और अधिक कार्य करेंगे और माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर न्यू इंडिया के सपने को साकार करेंगे। ”
2015 में नंद घर की शुरूआत 13.7 लाख आंगनवाड़ियों 8.5 करोड़ बच्चों और में 2 करोड़ महिलाओं के जीवन को बदलने की दृष्टि से शुरू हुई थी। नंद घर वेदांता के अध्यक्ष, श्री अनिल अग्रवाल के ड्रीम प्रोजेक्ट मॉडल आंगनवाड़ियों का एक नेटवर्क है जहाँ बच्चों, महिलाओं और स्थानीय समुदायों के समावेशी विकास पर बल दिया जाता है। नंद घर केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सहयोग से स्थापित किए गए हैं।
वेदांता के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि “मुझे यह देखकर प्रसन्नता है कि वेदांता की प्रमुख परियोजना, नंद घर, देश भर में ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के जीवन में बदलाव लाने में सफल हुई है। हम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के बच्चों में कुपोषण को दूर करने, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने और कौशल विकास के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के दृष्टिकोण को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और नंद घर इस परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करेगें। मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि नंद घर माँ और बच्चांे के लिए बुनियादी स्तर पर बेहतर भविष्य को प्रदान करने में सफल साबित हो रहा है। हमें खुशी है कि धारवाड़ कर्नाटक में 1700 वें नंद घर का उद्घाटन मंत्री श्री प्रहलाद जोशी द्वारा किया गया। ये आधुनिक नंद घर परिवर्तन के उत्प्रेरक होंगे जो महिलाओं और बच्चों को सशक्त बनाएंगे और ग्रामीण परिदृश्य को बदलकर आत्मनिर्भर समुदाय बनाएंगे।
1700 केंद्रों के साथ, नंद घर परियोजना अब 7 राज्यों – राजस्थान, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में संचालित की जा रही है। इस परियोजना का लक्ष्य 4 करोड़ समुदाय के सदस्यों के जीवन को लाभान्वित करना है। साथ ही लगभग 2 लाख बच्चों और 1.8 लाख महिलाओं को वार्षिक आधार पर लाभ पहुंचाना है।
नंद घर में 24 घंटे बिजली सुनिश्चित करने के लिए सौर पैनल, वाटर प्यूरीफायर, स्वच्छ शौचालय और स्मार्ट टेलीविजन सेट हैं, जो कि स्थानीय समुदायों के लिए एक मॉडल संसाधन केंद्र बन गए हैं। इन नंदघरों में 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों को प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान की जाती है। बच्चों, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन और टेक-होम राशन प्रदान किया जा रहा है। नंद घर समुदाय की महिलाओं के लिए कौशल विकास केंद्र के रूप में उपयोग कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनमें व्यापार कौशल विकसित करने हेतु प्रशिक्षित किया जाता है। मोबाइल स्वास्थ्य वैन के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है।