Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 03 नवंबर 2020 टाटा पावर कंपनी लिमिटेड ने अपने रक्षा कारोबार को टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड को बेचने की प्रक्रिया को 31 अक्टूबर 2020 को पूरा किया। टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड यह टाटा सन्स प्राइवेट लिमिटेड की मालिकी की उपकंपनी है। मुंबई और हैदराबाद के नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल द्वारा क्रमशः दिसंबर 2019 और मार्च 2020 में मंजूर की गयी व्यवस्था की योजना के अनुसार यह बिक्री पूरी की गयी है।
कंपनी को अपफ्रंट पेमेंट के रूप में 1,076 करोड़ रुपये का एंटरप्राइज वैल्यू मिलने की उम्मीद है (समझौतों के अनुसार 1,040 करोड़ रुपये, यह बदलाव क्लोजर एडजस्टमेंट में किए गए थे)। शेष रकम समझौते के अनुसार कुछ पड़ाव पार किए जाने के अधीन है।
गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों और व्यवसायों को बेंचकर कुल वित्तीय जिम्मेदारी को कम करने की स्ट्रैटेजिक योजना के तहत टाटा पावर ने यह कदम उठाया है।
टाटा पावर के सीईओ और प्रबंध निदेशक श्री प्रवीर सिन्हा ने कहा, “रक्षा कारोबार की बिक्री गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों और व्यवसायों को कंपनी से अलग करने की हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। बिक्री से मिलने वाली रकम कंपनी को अपनी गैर-प्रमुख जिम्मेदारियों को कम करके नवीकरणीय ऊर्जा निर्माण, वितरण और नए सेवा-आधारित व्यवसायों जैसे मुख्य व्यावसायिक क्षेत्रों में ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगी, इससे हम हमारे शेयरधारकों को और अधिक मूल्य प्रदान कर पाएंगे।”
स्ट्रेटेजिक इंजीनियरिंग डिवीजन (एसईडी) कंपनी का एक नॉन-कोर डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स डिवीजन है, जो मिशन क्रिटिकल रक्षा प्रणालियों के स्वदेशी डिजाइन, विकास, उत्पादन, एकीकरण, आपूर्ति और लाइफ साइकिल सपोर्ट में कार्यरत है। इस विभाग के प्रमुख उत्पादों में मिसाइल लांचर, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर, नाइट विजन सिस्टम और गन सिस्टम का निर्माण और असेम्ब्लिंग शामिल है। इस विभाग को राष्ट्रीय महत्त्व के कई काम सौंपे गए हैं, जैसे कि, (i) मिसाइल लांचर: सेना और वायु सेना के लिए पिनाका एमबीआरएल / आकाश लांचर (एएएफएल और एएएल) / स्ट्रैटेजिक मिसाइल लांचर / एमआर-एसएएम लांचर, (ii) इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (iii) एयरफील्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर (एमएफआई) का आधुनिकीकरण। एसईडी की तीन विशेष विनिर्माण इकाइयाँ हैं – बैंगलोर इलेक्ट्रॉनिक सिटी, कर्नाटक में वेमगल (निर्माणाधीन) और बेंगलुरु के पास एक एसईज़ेड (निर्माणाधीन)।