Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 06 नवंबर 2020 :राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ( एनएसडीसी) ने अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (एआईएफ), डेल टेक्नोलॉजीजऔर मुंबई यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी में भारत में भविष्य की वर्कफोर्स तैयार करने के विजन को साझा करते हुए प्रोजेक्ट “फ्यूचर रेडी” लॉन्च किया।प्रोजेक्ट को क्रियान्वित करने के लिए एआईएफ को साझीदार बनाया गया। एनएसडीसी को स्किलिंग पार्टनर बनायागया। यह परियोजना मुंबई, दिल्ली और एनसीआर के 1 लाख छात्रों पर प्रभाव डालेगी, जिसमें से 60 फीसदी छात्राएं हैं। यह डेल टेक्नोलॉजीज के उस लक्ष्य कीतर्ज पर है कि 2030 तक हर साल हमारी सामाजिक और शिक्षा संबंधी पहल से सशक्त होने वाले लोगों में 50 फीसदी लड़कियां, महिलाएं और ऐसे समूह शामिल होंगे, जिनका प्रतिनिधित्व काफी कम है। इस प्रोजेक्ट के शुभारंभ के अवसर पर एआईएफ के कंट्री डायरेक्टर मैथ्यू जोसेफ, एनएसडीसी के एमडी और सीईओ मनीष कुमार, मुंबई यूनिवर्सिटी के वाइस चासंलर सुहास पेडनेकर तथा डेल टेक्नोलॉजीज इंडिया के प्रेसिडेंट और प्रबंध निदेशक आलोक ओहरी शामिल थे।
इस परियोजना का लक्ष्य इन छात्रों को कॅरियर संबंधी मार्गदर्शन देकर उनमेंकौशल का विकास करना है। उन तक ऑनलाइन स्किलिंग प्रोग्राम का लाभ पहुंचाना है। उन्हें रोजगार के योग्य बनाने में सक्षम और मार्केट को मैनेज करने की स्किल सिखाना और उनमें एक कारोबारी की तरह सोचने की शैली विकसित करना है।इस प्रोग्राम के पूरा होने के बाद एनएसडीसी और मुंबई यूनिवर्सिटीको प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
यह साझेदारी क्षमता निर्माण और मुंबई यूनिवर्सिटी के गरवारे इस्टिट्यूट ऑफ कॅरियर एजुकेशन एंड डेवलपमेंट (डीआईसीईडी) की ओर से 200 कॉलेज फैकल्टी को मल्टी स्किल्ड कॅरियर मेंटर्स के रूप में मान्यता देने पर केंद्रित थी। इनमें से हरेक प्रशिक्षित फैकल्टी भविष्य में मुंबई यूनिवर्सटी के कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे 500 महत्वाकांक्षी छात्रों को अपने से जोड़ेगी। इन महत्वाकांक्षी नोजवानों को कॅरियर संबंधी मार्गर्दशन देने के लिए वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी। इन छात्रों को eskillindia.org प्लेटफॉर्म के माध्यम सेएनएसडीसी की ओर से भी प्रशिक्षित किया जाएगा। यह डिजिटल स्किल से संबंधी पहल है, जिसमें छात्रों में इंटरव्यू की तैयारी, बातचीत की कला और सॉफ्ट स्किल्स पर आधारित कोर्सेज के माध्यम से नौकरी के योग्य स्किल्स विकसितकी जाती है।
एनएसडीसी के एमडी और सीईओ डॉ. मनीष कुमार ने इस साझेदारी पर कहा, “नौजवान वर्कफोर्स को भविष्य की नौकरियों के लिए स्किल्स की जरूरत है। अपने काम के लिए जरूरी खास स्किल्स की जानकारी और प्रतिस्पर्धा की भावना नौकरी को सुरक्षित रखने की व्यक्ति की क्षमता को बढ़ाती है। यह स्किल्स कार्यस्थल पर किसी भी व्यक्ति को कुशलता से काम पूरा करने मेंसक्षम बनाने का ऑफर देती हैं। ई-स्किल इंडिया प्लेटफॉर्म पर एनएसडीसी के पास कोर्सेज का खजाना है। यह कोर्स रोजगार हासिल करने में नौजवान छात्रों की क्षमता बढ़ाने के लिए उनमें प्रोफेशनल स्किल्स विकसित करने में मदद करेंगे।“
डेल टेक्नोलॉजीज के प्रेसिडेंट और प्रबंध निदेशक आलोक ओहरी नेकहा, “टेक्नोलॉजी एक ताकतवर टूल हैं, जिससे रुकावटों को दूर किया जा सकता है। यह नई संभावनाओ का सृजन करता है। नौजवानों की शिक्षा को बढ़ावा देने और देश में स्किल्ड मैनफोर्स का तेजी से विकास करने के लिए हम अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन, नेशनल स्किल्स डिवेलपमेंट कॉरपोरेशन और यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई के साथ साझेदारी में काम कर काफी सम्मानित महसूस कर रहे हैं। आजकल के बहुसांस्कृतिक और स्किल्ड वर्कफोर्स वाले माहौल में डिजिटल साक्षरताबहुत जरूरी है।प्रोजेक्ट फ्यूचर रेडी के साथ हम छात्रों को उनकी स्किल्स सुधारने के लिएप्रोत्साहित करना चाहते हैं, जिससेवह भविष्य में नौकरी देने वाले बन सकें और उज्ज्वल और समृद्ध भारत के निर्माण में अपना योगदान दे सकें।”
अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के कंट्री डायरेक्टर मैथ्यू जोसेफ ने कहा,“दुनिया भर में महामारी के कारण रोजगार सेक्टर की तेजी से उभरती हुई नई तस्वीर ने इस बात पर जोर दिया कि इन स्किल्स को आधुनिक समय के अनुसार ढालना वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है। एआईएफ को डेल टेक्नोलॉजीज के फ्यूचर रेडी प्रोजेक्ट की घोषणा करते हुए बेहद खुशी हो रही है, जो भविष्य में वर्कप्लेस की जरूरतों के अनुसार भारत की फ्यूचर वर्कशॉप तैयार करेगी। प्रोजेक्ट में साझीदारों के नजरिये से, एक शैक्षिक संस्था मुंबई यूनिवर्सिटी और एक प्रमुख कॉरपोरेट कंपनी डेल टेक्नोलीजी और मूलभूत सुविधाओं से वंचित समाज को शामिल का गया है। इसके साथ ही एनएसडीसी की ओर से रिमोट लर्निंग डिजिटल प्लेटफॉर्म तक पहुंच मुहैया कराई जाएगी। यह सफलता का सही मिश्रण है।
इस परियोजना के तहत दिल्ली-एनसीआर में आधुनिक डिजिटल सेंटर ऑफ एक्सिलेंस की स्थापना की जाएगी, जोकि दूरदराज के गांवों में रोजगार की संभावनाएं बढ़ाने की दिशा में काम करेगी। इसमें छात्रों को मार्केट में काम करमे के लिए जरूरी कौशल की ट्रेनिंग दी जाएगी और हाशिए पर पहुंचे 300 नौजवानों को आईटी डोमेन में रोजगार तक पहुंच उपलब्ध कराई जाएगी। यह सेंटर आधुनिक तकनीक से बने मल्टी मीडिया स्टूडियोज तक छात्रों की पहुंच हासिल करने में सक्षम बनाएगा। इसके अलावा यहां प्रैक्टिकल ट्रेनिंगके लिए कंप्यूचर लैब भी हौंगी। डेल टेक्नोलॉजी डेस्कटॉप, टैबलेट, हाईस्पीड इंटरनेट अलाउंस और दूसरे जरूरी उपकरण इन छात्रों को उपलब्ध कराकर उनकी मदद करेगी, जिससे वह डेल के स्किल टीवी प्लेटफॉर्म के माध्यम से ज्यादा प्रभावी तरीके से ट्रेनिंग हासिल करने में सक्षम हो सके।