Editor-Manish Mathur
जयपुर 04 दिसंबर 2020 : भारत के सबसे बड़े कमर्शियल वाहनों के निर्माता, टाटा मोटर्स ने आज बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई और ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) से अपना रिश्ता और मजबूत किया है। टाटा मोटर्स ने बेस्ट को 26 आधुनिक इलेक्ट्रिक बसों की डिलिवरी की है। यह डिलिवरी पहले सकल लागत अनुंबंध (जीसीसी) के आधार पर बेस्ट की इलेक्ट्रिक बसें शुरू होने का प्रतीक है। इन बसों को भारत सरकार की फेम II पहल के तहत बेस्ट से मिले 340 बसों के बड़े ऑर्डर के हिस्से के तौर पर डिलिवर किया गया है। जबकि शेष बसों की डिलिवरी शेडयूल के तहत चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। 25 सीटों की इन टाटा अल्ट्रा अर्बन 9/9 इलेक्ट्रिक एसी बसों को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हरी झंडी दिखाई। मुंबई के नरीमन पॉइंट पर हुए इस समारोह में महाराष्ट्र राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ बेस्ट और टाटा मोटर्स के अधिकारी भी मौजूद थे। टाटा मोटर्स ने इन बसों के निर्माण, तैनाती, रखरखाव और संचालन का जिम्मा संभाला है। मुंबई के चार डिपो बैकबे, वर्ली, मालवानी और शिवाजीनगर में बसों की चार्जिंग के पूरे इंफ्रास्ट्रक्चर का संचालन टाटा मोटर्स द्वारा किया जाएगा।
‘वन टाटा’ की अनोखी पहल के तहत कंपनी ने अपने ग्रुप की कई कंपनियों की प्रमुख क्षमताओं का पूरी तरह लाभ उठाया है। टाटा पावर सप्लाई समेत अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम इलेक्ट्रिकल सुविधाओं का पूरा चार्ज लेकर इस दिशा में अपना योगदान देगा। टाटा मोटर्स पर बसों को चार्ज करने की भी पूरी जिम्मेदारी होगी। इस पहल के तहत टाटा ऑटो कंपोनेंट्स साझेदारी कर बसों के डिजाइन और उनके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके साथ ही कंपनी बसों के निर्माण के लिए टाटा मोटर्स को चुनिंदा कंपोनेंट्स की सप्लाई और सोर्सिंग करेगी। इन इलेक्ट्रिक बसों को आधुनिक निर्माण तकनीक का प्रयोग कर स्वदेशी ढंग से विकसित किया गया है। इससे यात्रियों को कई बेहतरीन सुविधाएं मिलने के साथ बेस्ट के लिए इन बसों की संचालन लागत में भी कमी आएगी।
टाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल्स बिजनेस यूनिट के प्रेसिडेंट श्री गिरीश वाघ ने कहा, “टाटा मोटर्स मुंबई शहर के लिए 340 इलेक्ट्रिक बसों के पूरे ऑर्डर में से पहली 26 बसों की डिलिवरी कर काफी प्रसन्न है। बसों को मुंबई में रहने वाले लोगों की सुविधा और आराम को देखते हुए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है। इन बसों में दिव्यांग यात्रियों के लिए लिफ्ट मैकेनिज्म भी शामिल है। टाटा मोटर्स की निर्माण प्रक्रिया के ग्लोबल स्टैंडर्ड और व्हीकल डिवेलपमेंट सेंटर्स ने इनोवेशन और अग्रिम मोर्चे पर रहकर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सोल्यूशन प्रदान करने में मदद की है। हम सरकार के विद्युतीकरण के अभियान में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते रहेंगे।“
25 सीटर टाटा अल्ट्रा अर्बन एसी इलेक्ट्रिक बसें ड्राइवरों और यात्रियों की सुविधा के लिए कई नए-नए फीचर्स से लैस हैं। इन बसों में दिव्यांग यात्रियों के लिए ऑटोमेटेड रैंप बनाया गया है, जिससे वह आसानी से इन बसों में चढ़-उतर सकते हैं। इसके अलावा इन बसों को खूबसूरती और कारीगरी से बनाई गई सीटों, किसी कमरे की तरह बस के अंदरूनी हिस्सों के साथ चार्जिंग पोर्ट्स और इंटरनेट से जुड़ने के लिए वाईफाई हॉटस्पॉट की सुविधा से लैस किया गया है। इसके अलावा बसों में एंट्री और एक्जिट के लिए काफी बड़ा गेट बनाया गया है। पूरी तरह बिजली से चलने वाली ये बसें इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम से लैस हैं। इसके अलावा बसों को सुविधाजनक ढंग से चलाने के लिए इसमें आधुनिक और उन्नत तरीके का ब्रेकिंग सिस्टम समेत कई अन्य फीचर्स भी दिए गए हैं। इन बसों की टेस्टिंग और सत्यापन टाटा मोटर्स ने किया है। इन बसों की परफॉर्मेंमस को परखने के लिए हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, महाराष्ट्र और असम समेत विविध क्षेत्रो में इसकी टेस्टिंग की गई है।
टाटा मोटर्स ने फेम I पहल के तहत भारत के पांच शहरों में 215 इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति की है, जिसकी एसटीय़ू और लोगों ने काफी सराहना की। इन बसों ने कुल मिलाकर 4 मिलियन किमी से ज्यादा की दूरी तय की है। ये बसें महत्वपूर्ण डेटा और आंकड़े प्रदान कर टाटा मोटर्स की इलेक्ट्रिक बसों के प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो को आधुनिक रूप से उन्नत बनाने और से अपग्रेड करने का अवसर प्रदान करती हैं। टाटा मोटर्स को फेम के दूसरे चरण में कई स्टेट ट्रांसपोर्ट यूनिट्स से बसों के ऑर्डर मिले हैं। इनमें से एजेएल ने 60 बसों, जयपुर सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने 100 बसों और मुंबई में बेस्ट ने 300 बसों का ऑर्डर दिया है। इसके अलावा टाटा मोटर्स ने 25 हाइब्रिड बसों की आपूर्ति एमएमआरडीए को की है। यह भारत में दिव्यांगों के लिए बनाई गई बस हैं।