Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 15 दिसंबर 2020 – अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी तालमेल बनाते हुए, होण्डा 2व्हीलर्स इंडिया इंडिगो सीवेज़ प्रा. लिमिटेड के सहयोग से खम्भात की खाड़ी (गुजरात) में हज़ीरा (सूरत) और घोघा (भावनगर) को जोड़ने वाले नई लाॅन्च की गई रो-पैक्स फैरी सर्विस को अपनाने वाली भारत की पहली आॅटोमोबाइल कंपनी बन गई है।
8 नवम्बर को माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा नए रूट का उद्घाटन किए जाने के ठीक बाद होण्डा ने अपने पहले टू-व्हीलर कन्साइनमेन्ट को हज़ीरा-घोघा रो-पैक्स सर्विस से डिस्पैच किया। इस कन्साईनमेन्ट को कंपनी के कर्नाटक स्थित नरसापुरा प्लांट से गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में वेरावल (सोमनाथ) भेजा गया है।
इस नए और प्रभावी लाॅजिस्टिक्स मार्ग का उपयोग करने से दक्षिणी फैक्टरी से सौराष्ट्र क्षेत्र तक होण्डा के नए दोपहिया वाहनों को पहुंचाने में लगने वाला डिलीवरी टाईम और दूरी बहुत कम हो गई है। इससे पहले इस्तेमाल किए जाने वाले सड़क मार्ग की तुलना में ट्रांज़िट समय 2 दिन (7 दिन से कम होकर 5 दिन) कम हो गया है और दूरी 465 किलोमीटर कम हुई है।
हजीरा-घोघा रो-पैक्स फैरी सर्विस न केवल तेज़ और लागत प्रभावी है; बल्कि पर्यावरण के अनुकूल भी है। इस नए रूट के साथ होण्डा कार्बन उत्सर्जन में 311 किलोग्राम/ ट्रिप की कमी लाएगी!
नई हज़ीरा-घोघा रो-पैक्स सर्विस को सबसे पहले अपनाने के इस अवसर पर श्री यदविंदर सिंह गुलरिया, डायरेक्टर-सेल्स एण्ड मार्केटिंग, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया प्रा. लिमिटेड ने कहा, ‘‘होण्डा में हमारा मानना है कि लोगों के जीवन में सुधार लाने के लिए इनोवेशन्स, टेक्नोलाॅजी और नई पहलों को अपनाना हमारी ज़िम्मेदारी है, साथ ही हम अपने उत्पादों एवं कारोबार संचालन के कारण पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को न्यूनतम करना चाहते हैं ताकि समाज के लिए स्थायी भविष्य को सुनिश्चित कर सकें। अपने कन्साईनमेन्ट्स की शिपिंग के लिए नए लाॅन्च किए गए इनलैण्ड जलमार्ग को सबसे पहले अपनाने वाली आॅटो कंपनी के रूप में हम ट्रांज़िट टाईम को काफी हद तक कम करने में सफल रहे हैं और इसके साथ हम गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में 11 शहरों तक उपभोक्ताओं को अपनी प्रभावी सेवाएं पहुंचा सकेंगे। साथ ही
पर्यावरण का अनुकूल परिवाहन साधन होने के नाते रो-पैक्स सर्विस कार्बन फुटप्रिन्ट को काफी हद तक कम करती है। होण्डा अपने बैंगलोर प्लान्ट से सौराष्ट्र क्षेत्र तक शिपमेन्ट की डिलीवरी के लिए
रो-पैक्स फैरी सर्विस का उपयोग करेगी। हम इंडिगो सीवेज़ प्रा. लिमिटेड के प्रति आभारी हैं जिन्होंने इस पहल के लिए हमें अपना सहयोग प्रदान किया है।’’
हज़ीरा-घोघा रो-पैक्स सर्विस के फायदों पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कैप्टन डी के मनराल, सीईओ इंडिगो सीवेज़ प्रा. लिमिटेड ;क्ळ ैम्। ब्व्छछम्ब्ज्द्ध ने कहा,
‘‘दुनिया भर के आधुनिक देशों एवं महाद्वीपों में रो-पैक्स सेवाएं बेहद लोकप्रिय हैं, जहां समुद्रों और इनलैण्ड जलमार्गों का व्यापक नेटवर्क है। प्राथमिक तौर पर ये फैरीज़ या तो समुद्री मार्ग के ज़रिए दूरी में कमी लाती हैं या फिर बहुत अधिक भीड़भाड़ वाले राजमार्गों की तुलना में कम उपयोग किए जाने वाले समुद्री मार्गों का उपयोग करती हैं।’’
स्वतन्त्र भारत इस आधुनिक मैरीटाईम लाॅजिस्टिक्स फील्ड में प्रवेश करने के लिए प्रयासरत रहा है और मौजूदा सरकार ने 8 नवम्बर 2020 को खम्बात की खाड़ी पर ‘‘घोघा-हज़ीरा रोपैक्स सर्विसेज़’ के लाॅन्च के साथ इस विशेष रूट की शुरूआत की है।
यह फैरी ‘‘दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र’’ के लिए गेटवे है और इससे घोघा और हजीरा के बीच की सड़क दूरी एक चैथाई तक कम हो गई है और ट्रांज़िट समय 10-12 घण्टे से कम हो कर मात्र 4 घण्टे पर आ गया है। इससे भी अधिक महत्वपूर्ण यह है कि इसके कारण कार्बन-डाई-आॅक्साईड उत्सर्जन में 24 टन/ दिन और 8653 टन / वर्ष की कमी आएगी। इस तरह ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन कम होने से जलवायु पर सकारात्मक प्रभाव होंगे।
हम होण्डा 2 व्हीलर्स इंडिया के सक्रिय प्रयासों की सराहना करते हैं। वे आईएसपीएल रोरो आॅपरेटर के साथ निरंतर संपर्क में थे और सौराष्ट्र एवं उत्तरी गुजरात में उनके बाज़ार एवं उपभोक्ताओं के लिए लाॅजिस्टिक फायदों का लाभ उठाने में रूचि ले रहे थे। आईएसपीएल होण्डा और इसके सक्रिय प्रबन्धन के प्रति आभारी है, जो खम्भात की खाड़ी में रो-पैक्स सेवाओं का उपयोग करने वाली पहली भारतीय आॅटोमोबाइल कंपनी बंन गई है।
होण्डा 2 व्हीलर्स ने 2018 में जलमार्ग के माध्यम से सौराष्ट्र तक का मार्ग अपनाया
2018 में होण्डा 2 व्हीलर्स इंडिया गुजरात में रो-पैक्स दहेज-घोघा फैरी सर्विस के साथ इनलैण्ड जलमार्ग परिवहन को अपनाने वाली पहली दोपहिया कंपनी बन गई। इस मार्ग ने होण्डा के कर्नाटक स्थित दक्षिणी प्लांट से गुजरात के सौराष्ट्र तक होण्डा के सभी शिपमेन्ट्स को नई तेज़ी, लागत में बचत और पर्यावरणी फायदे प्रदान किए। 2018 से 2020 के बीच, होण्डा ने दहेज-घोघा फैरी के माध्यम से 19,200 युनिट्स सफलतापूर्वक डिस्पैच की, परिणामस्वरूप हर शिपमेन्ट पर 1 दिन के समय की बचत हुई, और मालभाड़ की लागत में लगभग 4 फीसदी कमी आई तथा कार्बन उत्सर्जन में भी 101,304 किलोग्राम की उल्लेखनीय कमी आई है!
इस फैरी रूट की सफलता से उत्साहित होण्डा 2 व्हीलर्स इंडिया एक बार फिर से सौराष्ट्र क्षेत्र में नए लाॅन्च किए गए हजीरा-घोघा रो-पैक्स सर्विस का उपयोग करने वाली पहली भारतीय आॅटोमोबाइल कंपनी बन गई है।