Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 18 दिसंबर 2020: भारत की सबसे बड़ी एकीकृत ऊर्जा कंपनी टाटा पावर ने ‘देश की सबसे चिरस्थायी कंपनियों‘ में 13वा स्थान और और ए+ रेटिंग हासिल किया है। फ्रांस के सस्टेन लैब्स पैरिस (एसएलपी) द्वारा किए गए वार्षिक सर्वेक्षण में कंपनी को यह सम्मान मिला है।
फ़्रांस, न्यूज़ीलैंड और भारत में स्थित उद्यम एसएलपी ने बिज़नेस वर्ल्ड के साथ मिलकर किए गए भारत की सबसे चिरस्थायी कंपनियों के सर्वेक्षण में आय के आधार पर देश की सबसे बड़ी 200 कंपनियों को शामिल किया गया और उन्हें गहन विश्लेषण के बाद कई निकषों के आधार पर रैंकिंग दिए गए। कंपनियों को दिए गए रैंकिंग के निकषों में स्त्रोत क्षमता, सामाजिक उद्यमशीलता, वित्तीय प्रबंधन, कर्मचारियों की खुशहाली, शुद्ध आय और सम्मिलित आपूर्ति श्रृंखला आदि शामिल थे। इन सभी निकषों के आधार पर गहन विश्लेषण के बाद प्रदर्शन के प्रमुख सूचकों के साथ 31 पहलुओं को निश्चित किया गया, जिससे सभी कंपनियों की जांच, मूल्यांकन करने और उन्हें रैंकिंग देने में मदद मिली। साथ ही एसएलपी के अपने विशेषज्ञों ने इन कंपनियों के बारे में ब्योरेवार समीक्षा भी की है।
टाटा पावर के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री. प्रवीर सिन्हा ने कहा, “भारत के ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी होने के नाते वर्ष 2025 तक हमारे ऊर्जा निर्माण पोर्टफोलियो का 60% से ज्यादा हिस्सा शुद्ध ऊर्जा में परिवर्तित करके सभी के सामने एक महत्त्वाकांक्षी और आदर्श उदहारण पेश कर रहे हैं। रूफटॉप सोलर सोल्यूशंस, सोलर माइक्रो-ग्रिड्स, सोलर पम्प, शुद्ध और हरित ऊर्जा के समर्थन के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग की बुनियादी सुविधाएं और होम ऑटोमेशन जैसे सभी प्रकार के उत्पाद और सेवाओं को पेश करते हुए हम शुद्ध ऊर्जा क्षेत्र में अग्रसर स्थान हासिल करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।”
2050 तक कार्बन न्यूट्रल होने की प्रतिबद्धता को स्वीकार करने वाली टाटा पावर पहली भारतीय कंपनी है। कोयले पर आधारित कोई भी नए निवेश न करते हुए और एन्ड-ऑफ़-लाइफ पर कोयले पर आधारित क्षमता को त्याग कर ऊर्जा के नूतनीकरणीय स्त्रोतों की ओर बढ़ने के ऊर्जा परिवर्तन में यह कंपनी आगे है। एईएस और मित्सुबिशी कॉर्पोरेशन के साथ हाल ही में किए गए सहयोग से भारत में दक्षिण-एशिया का सबसे बड़ा ग्रिड-स्केल 10 मेगावाट एनर्जी स्टोरेज सिस्टम शुरू करना टाटा पावर का लक्ष्य है।
सस्टेन लैब्स पैरिस बड़े संगठनों को अधिक चिरस्थायी बनने के लिए प्रोत्साहित करता है। हर एक संगठन के बिज़नेस मॉडल में ही दीर्घकालिक वित्तीय स्थिरता और सामाजिक खुशहाली को सुनिश्चित किया जाए और इस तरह से हर एक संगठन एक सामाजिक उद्यमी बने इस संकल्पना पर उनका कार्य आधारित है। इसके लिए यह लैब दुनिया भर के चिरस्थायित्व ऐकडेमिक विशेषज्ञों को एक साथ लाकर अपनी परियोजनाओं पर काम कराता है। फ्रेंच सरकार की भारत में वैज्ञानिक और शैक्षिक आदानप्रदान विंग का समर्थन इन्हें मिलता है। रैंकिंग के साथ ही, इस सर्वेक्षण में सबसे अग्रणी 20 कंपनियों और पृथ्वी को बेहतर बनाने के लिए चिरस्थायी तरीकों को अपनाने के कॉर्पोरेट प्रयासों के तहत उनकी सबसे अच्छी कार्य प्रणालियों पर भी प्रकाश डाला गया है।