Editor-Rashmi Sharma
जयपुर, 11 जनवरी, 2021 – भारत में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य में युवाओं के समग्र कल्याण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले स्वयं सेवी संगठनो के प्रयासों को सराहा। अपने संदेश में उन्होंने उल्लेख किया, “राज्य सरकार किशोरों, बालिकाओं, युवा लड़कियों और महिलाओं की भलाई के लिए नीतियों और कार्यक्रमों को लागू कर रही है।”
कोविड-19 महामारी से उत्पन्न चुनौतियों और स्वास्थ्य एवं सामाजिक सेवाओं की मांगों को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने सक्रिय कदम उठाऐं है। जैसे ‘निरोगी राजस्थान’ अभियान, सभी 200 निर्वाचन क्षेत्रों में मॉडल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) की स्थापना, स्वास्थ्य सेवाओं और योजनाओं की बेहतर पहुँच सुनिश्चित करने और आदर्श सीएचसी के एक अभिन्न घटक के रूप में किशोर अनुकूल स्वास्थ्य केंद्र (एएफएचसी) की स्थापना।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS-4, 2015-16) के अनुसार, राजस्थान में 20 से 24 साल की ऐसी 35 प्रतिशत महिलाएं हैं, जिनकी शादी 18 साल की उम्र से पहले हो गई थी। एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट 2018 के मुताबिक राज्य में 20 प्रतिशत लड़कियां स्कूल से ड्रॉप आउट हो जाती हैं। इन मुद्दों को संबोधित करने के लिए, राज्य सरकार द्वारा कई नीतियां और कार्यक्रम शुरू किए गए हैं जैसे बालिका नीति और बाल विवाह को समाप्त करने के अभियान।
अपने संदेश में, मुख्यमंत्री ने पोपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया को उनकी पहल के लिए भी बधाई दी। मुख्यमंत्री ने अपनी अपेक्षा वयक्त करते हुए उल्लेख किया कि राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम राज्य सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में युवाओं को जागरूक करेंगे ताकि वे उनका अधिकतम लाभ उठा सकें और जीवन में आगे बढ़ सकें, यह सुनिश्चित करते हुए कि स्वस्थ युवा आबादी एक समृद्ध और स्वस्थ राजस्थान बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।