Editor-Ravi Mudgal
जयपुर 21 जनवरी 2021 : स्टोव क्राफ्ट लिमिटेड (”कंपनी”), जो भारत में रसोई उपकरणों का एक प्रमुख ब्रांड है और प्रेशर कूकर्स बनाने वाली दिग्गज कंपनियों में से एक है एवं फ्री स्टांडिंग हॉब्स व कूकटॉप्स की बिक्री में बाजार अग्रणी है (स्रोत: एफएंडएस रिपोर्ट, हमारी कंपनी द्वारा प्रायोजित) के `10 के फैस वैल्यू वाले इक्विटी शेयर्स (”इक्विटी शेयर्स” और ऐसा आईपीओ, ”ऑफर”) के आईपीओ की बोली/निविदा सोमवार, 25 जनवरी, 2021 को खुलेगी। ऑफर का प्राइस बैंड, `384 से `385 के बीच तय किया गया है। बिड/ऑफर की अवधि बृहस्पतिवार, 28 जनवरी, 2021 को खत्म हो जायेगी। कंपनी और विक्रेता शेयरधारक, बीआरएलएम के परामर्श से एंकर निवेशक की सहभागिता के बारे में विचार कर सकते हैं, जो निविदा/ऑफर खुलने की तिथि के एक कार्य-दिवस पूर्व होगा।
आईपीओ में कुल `950.00 मिलियन के फ्रेश इश्यू (”फ्रेश इश्यू”) और 8,250,000 इक्विटी शेयर्स तक का ऑफर फॉर सेल शामिल हैं। ऑफर फॉर सेल वाले इक्विटी शेयर्स में प्रवर्तक, राजेन्द्र गांधी के 690,700 इक्विटी शेयर्स, प्रवर्तक सुनीता राजेन्द्र गांधी (राजेन्द्र गांधी, ”प्रवर्तक विक्रेता शेयरधारक” के साथ) के 59,300 इक्विटी शेयर्स, सेकिया कैपिटल इंडिया ग्रोथ इन्वेस्टमेंट होल्डिंग्स I (“SCI-GIH”) के 1,492,080 इक्विटी शेयर्स और एससीआई ग्रोथ इन्वेस्टमेंट्स II के 6,007,920 इक्विटी शेयर्स (”एससीआई”, के साथ ”एससीआई-जीआईएच”, ”निवेशक विक्रेता शेयरधारक”) (प्रवर्तक विक्रेता शेयरधारक, ”विक्रेता शेयरधारक” के साथ निवेशक विक्रेता शेयरधारक) शामिल हैं।
न्यूनतम 38 इक्विटी शेयर्स और उसके बाद 38 इक्विटी शेयर्स के गुणक में बोलियां लगायी जा सकती हैं।
यह ऑफर, सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स (रेगुलेशन) रूल्स, 1957 के 19(2)(बी) की शर्तों, यथा संशोधित (“एससीआरआर“), सेबी इश्यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स रेगुलेशंस, 2018, के विनियम 31 के साथ पढ़ें, (”सेबी आईसीडीआर रेगुलेशंस”) के अनुसार और सेबी आईसीडीआर विनियमनों के विनियम 6(2) के अनुसार बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के जरिए उपलब्ध कराया जा रहा है जिसमें ऑफर का न्यूनतम 75 प्रतिशत हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों (‘‘क्यूआईबी’’) (‘‘क्यूआईबी हिस्सा’’) को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, हालांकि कंपनी और विक्रेता शेयरधारक, बीआरएलएम के परामर्श से विवेकानुसार एवं सेबी आईसीडीआर रेग्युलेशंस के अनुसार क्यूआईबी का 60 प्रतिशत तक हिस्सा एंकर निवेशकों (”एंकर निवेशक हिस्सा”) को एंकर निवेशक आवंटन मूल्य पर आवंटित कर सकता है जिसमें एक-तिहाई घरेलू म्युचुअल फंड्स के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते घरेलू म्युचुअल फंड्स से एंकर निवेशक आवंटन मूल्य पर या इससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हों। एंकर इन्वेस्टर पोर्शन के कम सब्सक्रिप्शन होने या अनावंटन की स्थिति में, बाकी इक्विटी शेयर्स क्यूआईबी पोर्शन में शामिल हो जायेंगे। आगे क्यूआईबी श्रेणी (एंकर निवेशक हिस्सा को छोड़कर) के 5 प्रतिशत इक्विटी शेयर्स केवल म्युचुअल फंड्स को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, और क्यूआईबी श्रेणी का बाकी हिस्सा, म्युचुअल फंड्स सहित सभी क्यूआईबी (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। यदि ऑफर का न्यूनतम 75 प्रतिशत हिस्सा क्यूआईबी को आवंटित नहीं हो पाता है, कंपनी को प्राप्त बोली राशि वापस लौटा दी जायेगी।
आगे, सेबी आईसीडीआर विनियमनों के अनुसार, ऑफर का 15 प्रतिशत हिस्सा आनुपातिक आधार पर गैर-संस्थागत निवेशकों को आवंटित किये जाने और ऑफर का 10 प्रतिशत से अनधिक हिस्सा खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्त हों। सभी बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड एमाउंट (‘‘एएसबीए’’) प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेना होगा और इस हेतु, उन्हें अपने-अपने बैंक खातों, और आरआईबी के लिए यूपीआई आईडी, यदि लागू हो, की जानकारी देनी होगी जिसमें बोली राशि एससीएसबी द्वारा या यूपीआई मेकेनिज्म के तहत, जैसा लागू हो, ब्लॉक कर दी जायेगी। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेने की अनुमति नहीं है।
फ्रेश इश्यू से होने वाली शुद्ध आय का उपयोग (1) कंपनी द्वारा लिये गये ऋण की आंशिक या पूर्ण चुकौती हेतु `760 मिलियन; और (2) सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों हेतु किया जायेगा।
इस ऑफर में पेशकश किये गये इक्विटी शेयर्स, बीएसई लिमिटेड (”बीएसई”) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (”एनएसई”, बीएसई के साथ, ”स्टॉक एक्सचेंजेज”) पर सूचीबद्ध किये जाने हेतु प्रस्तावित हैं।
एडेल्वाइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं।
यहां बड़े अक्षरों में दी गयी सभी अपरिभाषित शब्दावलियों का अर्थ वही होगा जैसा कि रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (”आरएचपी”) में है।