Editor-Rashmi Sharma जयपुर,1 मार्च 2021ः आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने 75 साल पुराने संगठन अमेरिकन सोसाइटी फॉर क्वालिटी के सहयोग से एग्जीक्यूटिव लीन सिक्स सिग्मा ग्रीन बेल्ट सर्टिफिकेट प्रोग्राम के शुभारंभ की घोषणा की है। कार्यक्रम आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी और अमेरिकन सोसायटी फॉर क्वालिटी (एएसक्यू) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम लीन सिक्स सिग्मा एप्रोच सिखाएगा जिसे स्टेटिस्टिक्स और क्वालिटी की समझ के साथ भारत भर में स्वास्थ्य पेशेवरों के लिए कस्टमाइज किया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य स्वास्थ्य क्षेत्र में गुणवत्ता में सुधार के प्रति संवेदनशील माहौल का निर्माण करना है। कार्यक्रम के पहले चरण की शुरुआत 11-13 मार्च, 2021 और 18-20 मार्च, 2021 को होगी। दूसरा चरण 1-3 अप्रेल, 2021 और 8-10 अप्रेल, 2021 को शुरू होगा। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट डॉ. पी आर सोडानी ने कहा, ‘‘इस कोर्स के माध्यम से आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी और एएसक्यू सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों में भारतीय संदर्भ में रोगी की देखभाल की गुणवत्ता पर प्रभाव डालेंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम संयुक्त रूप से स्वास्थ्य क्षेत्र में काम करने वाले ऐसे लोगों पर एक प्रमुख फोकस के साथ आयोजित किया जाएगा, जो डॉक्टर, नर्स या अस्पतालों के प्रशासनिक कर्मचारी आदि हो सकते हैं। भारत सरकार की मंशा लोगों को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की है। इस मंशा को पूरा करने और एनएचपी के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी अपनी तरफ से भरपूर प्रयास करेगा और ऐसे कार्यक्रम शुरू करगेा, जिनमें इन पहलुओं को दर्शाया गया हो।’’ डॉ. सोडानी ने आगे कहा, ‘‘गुणवत्ता न केवल सेवा प्रदाताओं, बल्कि ग्राहकों के लिए भी केंद्रीय बिंदु रहा है। ग्राहक को स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं की ओर से किफायती दरों पर अच्छी गुणवत्ता वाली सेवाओं की उम्मीद है। हमारा ध्यान बेहतर गुणवत्ता के साथ ग्राहक-केंद्रित सेवाओं की पेशकश करने पर होगा और साथ ही ऐसी सेवाएं उपलब्ध कराने पर भी होगा, जिनसे लोगों की जेब पर कम भार आए। आईआईएचएमआर और एएसक्यू के बीच इस साझेदारी का सबसे उल्लेखनीय पहलू यह है कि हम सरकार के साथ मिलकर काम करेंगे और सर्वोत्तम परिणाम देने के लिए पहले से चल रही प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे।’’ एएसक्यू इंडिया और साउथ एशिया के कंट्री हेड श्री अनिंद्या सारंगी ने कहा, ‘‘एक्जीक्यूटिव लीन सिक्स सिग्मा ग्रीन बेल्ट सर्टिफिकेट प्रोग्राम की शुरुआत आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के सहयोग से की जा रही है और इस अवसर पर हम यह रेखांकित करना चाहते हैं कि यह कोर्स क्वालिटी इम्प्रूवमेंट के बारे में उन अवधारणाओं और सिद्धांतों को स्पष्ट करेगा, जिन्हें अनुभव जनित लर्निंग सिस्टम के साथ जोड़ा जा सका है। एएसक्यू 140 देशों में मौजूद है जहां यह गुणवत्ता प्रबंधन परामर्श प्रदान करता रहा है। यह साझेदारी वैश्विक रूप से सर्वोत्तम ऐसे प्रयोगों को यहां लाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है जो भारत की संस्कृति के लिहाज से प्रासंगिक हैं। हम इस सहयोग से बेहद खुश हैं क्योंकि आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के पास विशेष रूप से स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में रिसर्च करने वाला एक बड़ा एलूमनी नेटवर्क है। हम इस अवसर को अपनाने के लिए तत्पर हैं और ऐसे कार्यक्रमों की पेशकश करते हैं जो गुणवत्ता प्रबंधन पर कार्यक्रमों के माध्यम से सकारात्मक बदलाव लाएंगे। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों के लिए नाॅलेज एक्सचेंज प्रोग्राम भी शामिल होगा और इस तरह गुणवत्ता के ऐसे तरीकों को यहां लाना संभव होगा, जो भारत के लिए उपयुक्त हैं।’’ आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के डीन-ट्रेनिंग प्रोफेसर डॉ. शिव त्रिपाठी ने कहा, ‘‘इस सहयोग के माध्यम से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवा से जुड़े समस्त लोगों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा। यह कार्यक्रम गुणवत्ता सेवा प्रदान करने और स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने वाले एक मजबूत मानव संसाधन के निर्माण के लिए भी लाभदायक होगा।’’ उल्लेखनीय है कि आईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर ने अमेरिकन सोसायटी फॉर क्वालिटी इंडिया (एएसक्यू इंडिया) के साथ 15 दिसंबर, 2020 को एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। एएसक्यू इंडिया एएसक्यू इंक (यूएसए) के 100 प्रतिशत स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है, जो एक गैर लाभकारी संगठन के तौर पर कार्यरत है। इसने गुणवत्ता में विश्व के अग्रणी ब्रांड के रूप में ख्याति अर्जित की है और यह अपनी सदस्यता, प्रमाणन और शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से एक समृद्ध नाॅलेज पोर्टफोलियो प्रदान करता है।
Read More »एजुकेशन
हार्वर्ड बिजनेस स्कूल ने एक्सिस माय इंडिया पर केस स्टडी तैयार की
Editor-Manish Mathur जयपुर 01 मार्च 2021 – एक्सिस माय इंडिया, जो अपने एग्जिट पोल विश्लेषणों के लिए विख्यात भारत के अग्रणी बाजार शोध संगठनों में से एक है, देश का पहला ऐसा कंज्यूमर डेटा इंटेलिजेंस फर्म बन गया है जिसे हार्वर्ड बिजनेस स्कूल पाठ्यक्रम में स्थान दिया गया है। आइवी लीग बिजनेस स्कूल ने इसके चुनावी पूर्वानुमान के आधार पर एक …
Read More »बीजीय मसालों की उन्नत प्रौद्योगिकी आधारित कृषक प्र्शिक्षण सम्पन्न
Editor-Manish Mathur जयपुर 27 फरवरी 2021 – कृषि विज्ञान केन्द्र, भीलवाडा द्वारा आयोजित और सुपारी एवं मसाला विकास निदेशालय, कालीकट केरल द्वारा प्रायोजित एक दिवसीय “बीजीय मसालों की उन्नत प्रौद्योगिकी” कृषक प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र, भीलवाडा में आयोजित किया गया। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डाॅ सी. एम. यादव ने कृषकों को राजस्थान में मसाला फसलों की महत्ता बताते …
Read More »ज़िला निष्पादक समिति की बैठक सम्पन्न
Editor-Manish Mathur जयपुर, 27 फरवरी 2021 – ज़िला कलेक्ट्रेट सभाग़ार में शुक्रवार को ज़िला निष्पादक समिति की बैठक आयोजित की गर्ई जिसके अन्तर्गत ज़िला एवं ब्लॉक रैंकिंग की प्रगति, बिजली उपलब्धता, पेयजल, शाला दर्पण, आधार अपडेशन एवं सभी मॉडयूल का अपडेशन, बोर्ड परीक्षा परिणाम उन्नयन कार्य योजना, बनाने, छात्रवृत्ति वितरण, मिड-डे मील की प्रगति पर चर्चा की गई इसके अतिरिक्त …
Read More »आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने मध्य प्रदेश की 100 प्रशासनिक नर्सिंग कैडर को किया प्रशिक्षित
Editor-Rashmi Sharma जयपुर 26 फरवरी 2021- ग्लोबल पब्लिक हेल्थ हब और स्वाथ्य सेवा में उच्च शिक्षा के लिए जाने वाली, देश की अग्रणी हैल्थ मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी आईआईएचएमआर द्वारा मध्य प्रदेश सरकार के नर्सिंग कर्मचारियों के लिए पाँच दिवसीय “मैनेजमेंट ट्रेनिंग फॉर एडमिस्ट्रेटिव नर्सिंग कैडर ऑफ मध्य प्रदेश गवर्मेंट” का आयोजन किया जा रहा है। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने हेल्थकेयर कैडर के …
Read More »महिला किसान को उद्यमी बनाने के लिए संस्थान उनको सुगम बनाएं & डा.जे.पी.शर्मा कुलपति जम्मू
Editor-Ravi Mudgal जयपुर 26 फरवरी 2021 सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय मैनेज हैदराबाद के संयुक्त तत्वाधान में पांच दिवसीय कृषि एवं कृषि आधारित क्षेत्रों में लैंगिक समानता विषयक ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 22 फरवरी 2021 से 26 फरवरी 2021 तक किया गया कार्यक्रम के अंतिम दिन मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए डा. जेपी शर्मा, कुलपति, शेर–ए–कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चरल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी ऑफ कश्मीर ने कहां की कृषि कार्य एक निरंतर प्रक्रिया है इसका सबसे बड़ा उदाहरण कोरोना के समय आया जब सब कुछ बंद होने के बाद भी कृषि कार्य निरंतर चलता रहा इसीलिए कृषि आज की महती आवश्यकता है। युवाओं को कृषि कार्य के लिए प्रेरित करना साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर सभी सफल उद्यमी महिलाओं की सफल कहानियों का संकलन एवं प्रचार प्रसार आवश्यक है । जिससे प्रेरणा लेकर अन्य कृषक महिलाओं भी उद्यमिता की ओर अग्रसर हो। कार्यक्रम में बहुत ही आवश्यक जानकारी देते हुए डॉ. एस. के. शर्मा, निर्देशक अनुसंधान ने बताया कि यदि महिलाओं को कृषि संबंधी कार्यक्रमों एवं नीतियों का सही ज्ञान दिया जाए तो उन्हें मुख्य धारा में आसानी से जोड़ा जा सकता है। कार्यक्रम में डा. मीनू श्रीवास्तव अधिष्ठाता, सामुदायिक एवं व्यवहारिक विज्ञान महाविद्यालय ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत कर उत्साहवर्धन किया।एवं उनको इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से अर्जित ज्ञान को कृषक महिलाओं के विकास एवं लैंगिक समानता हेतु क्रियान्वित करने पर बल दिया डॉ विनीता कुमारी ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। जिसमें बताया कि प्रशिक्षण में कुल देशभर के 128 प्रतिभागियों ने भाग लिया तथा देश के विभीन क्षेत्रों के 15 विशिष्ट अतिथियों द्वारा विभिन्न सत्र में उद्बोधन दिया गया। कार्यक्रम में धन्यवाद डॉ.सुधा बाबेल ने दिया व संचालन विशाखा बंसल ने किया।
Read More »राजस्थान बजट-2021 पर प्रतिक्रिया डाॅ. दयाकृष्ण मंगल, डीन रिसर्च, प्रोफेसर, एडवाइजर (एसडीजी-एसपीएच) आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर
Editor-Rashmi Sharma जयपुर 26 फरवरी 2021 – इस साल राजस्थान का बजट बहुत ही शानदार रहा है। बजट में निरोगी राजस्थान पर एक महत्वपूर्ण फोकस के साथ-साथ स्वस्थ और खुशहाल राजस्थान की कल्पना पर भी बहुत ध्यान और समर्पण की भावना नजर आती है। इस बजट में माननीय मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और आरोग्य के पहलू के बीच संतुलन बनाने …
Read More »स्टूडेन्ट रेडी कार्यक्रम में खाद्य प्रसंस्करण से उद्यमिता को बढ़ाया जा सकता है- डॉं वैंकटेश्वरलू
Editor-Ravi Mudgal जयपुर 25 फरवरी 2021 – उदयपुर (नि.स.) महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के कुलपति एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉं0 एन.एस. राठौड़ ने स्टूडेन्ट रेडी कार्यक्रम पर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार पर उद्बोधन के दौरान सम्बोधित करते हुऐ कहा कि पंचम् डीन्स कमेटी द्वारा बी.एस.सी. कृषि संकाय के संशोधित पाठ्यक्रम में 67 प्रतिशत व्यवहारिक ज्ञान पर बल …
Read More »कृषि क्षेत्र में लैंगिक समानता हेतु कृषक महिला को महिला कृषक बनाना होगा: प्रोफेसर नरेंद्र सिंह राठौड
Editor-Manish Mathur जयपुर 25 फरवरी 2021 सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय उदयपुर एवं मैनेज हैदराबाद के संयुक्त तत्वाधान में पांच दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन वेबेक्स प्लेटफार्म पर दिनांक 22 फरवरी से 26 फरवरी तक किया जा रहा है। महाविद्यालय की अधिष्ठाता मीनू श्रीवास्तव ने स्वागत उद्बोधन दिया।प्रशिक्षण में मुख्य अतिथि पद से संबोधन में प्रोफेसर नरेंद्र सिंह राठौड कुलपति महाराणा प्रताप प्रौद्योगिकी एवं कृषि विश्वविद्यालय ने कहा कि कृषि क्षेत्र में लैंगिक समानता के लिए पांच क्षेत्रों में कार्य करना होगा प्रथम लैंगिक समानता विभिन्नता के मुद्दे क्या है। द्वितीय महिला का कृषि विषयों में तकनीकी सशक्तिकरण की आवश्यकता। तृतीय उधम स्थापना द्वारा कृषक महिला को महिला कृषक में परिवर्तन करना। चतुर्थ कृषक महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण द्वारा आत्मनिर्भर बनने के क्रम में आने वाली समस्या का पता लगाना व पंचम उचित नीति व रणनीति द्वारा कृषि में महिलाओं की लैंगिक समानता। उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्र में लगभग 120 उद्यमों में महिला उद्यमी बनने की संभावना है कुलपति ने इस पांच दिवसीय प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षण पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।प्रशिक्षण के चतुर्थ दिवस में डॉ.सुशील सिंह, निदेशक अटारी जोधपुर ने संबोधित करते हुए कहा कि लैंगिक समानता के लिए महिलाओं को खाद्य एवं वितरण श्रेणी तक ही सीमित न रखें बल्कि उन्हें खाद्य उत्पादक श्रेणी में भी लाएं जिससे वे उद्यमी बनने की और अग्रसर होगी। डॉ.विशाखा बंसल प्रशिक्षण आयोजक डॉ.सुधा बाबेल व डॉ.विशाखा बंसल ने बताया कि प्रशिक्षण में 350 प्रतिभागियों ने नामांकन करवाया एवं लगभग 120 प्रतिभागी निरंतर प्रशिक्षण में भाग ले रहे हैं। कार्यक्रम में डॉ कुसुम शर्मा, वंदना जोशी, लतिका साचीहर व पीयूष चैधरी ने तकनीकी सहयोग दिया।कार्यक्रम का संचालन डॉ.विशाखा सिंह ने किया।
Read More »JMI ने जीवविज्ञान पर ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया- ‘बायोफिज़िका -5’
Editor-Ravi Mudgal जयपुर 25 फरवरी 2021 – सेंटर फॉर इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च इन बेसिक साइंस (CIRBSc), जामिया मिलिया इस्लामिया (JMI) ने आज बायोफिजिक्स पर एक दिवसीय ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया, जिसका शीर्षक ‘बायोफिजिका -5’ है, जो श्रृंखला में लगातार पांचवीं बार है। Amid COVID-19, इसे वर्चुअल सिम्पोजियम के रूप में आयोजित किया गया है जिसमें 200 से अधिक प्रतिभागियों ने …
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